उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए कानून-व्यवस्था को बहाल करने और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस ने कई अहम कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश:
- दोषियों पर सख्त कार्रवाई:
- हिंसा में शामिल 100 से अधिक उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है।
- पुलिस ने पोस्टर जारी करने और दोषियों पर इनाम घोषित करने की योजना बनाई है।
- सार्वजनिक संपत्ति की भरपाई:
- हिंसा में हुए सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी।
- यह कदम राज्य में कानून और अनुशासन बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- कानून-व्यवस्था को मजबूत करना:
- संवेदनशील इलाकों में पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
- दंगों के कारणों की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है।
घटना का विवरण:
- हिंसा की शुरुआत रविवार को तब हुई, जब कोर्ट द्वारा नियुक्त टीम ने मस्जिद का दूसरा सर्वे किया।
- विरोध प्रदर्शन के दौरान पथराव, गोलीबारी, और आगजनी की घटनाएं हुईं।
- इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई और 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
कानूनी कार्रवाई:
- पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, विधायक के बेटे सुहैल इकबाल, और 2,500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
- दंगों में सपा नेताओं की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, और इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है।
प्रशासनिक कदम:
- शांतिपूर्ण माहौल बहाल करना:
- संभल और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
- संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है।
- जांच और जवाबदेही:
- घटना की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है।
- गिरफ्तार किए गए उपद्रवियों से पूछताछ जारी है।
योगी सरकार की सख्त कार्रवाई
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। पुलिस द्वारा दंगाइयों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है। अब तक सौ से अधिक दंगाइयों की पहचान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों पर इनाम घोषित करने के साथ-साथ उनके खिलाफ कानूनन कार्रवाई करने का आदेश दिया। दंगे में हुए नुकसान की भरपाई भी अब उपद्रवियों से कराई जाएगी।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
संभल पुलिस और प्रशासन ने दंगाइयों के फोटो वाले पोस्टर जारी करने की तैयारी कर ली है। मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि इस कदम से दंगाइयों को जल्द पकड़ने में मदद मिलेगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी लेकिन जो लोग दंगे में शामिल थे, उन्हें सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। साइबर सेल की मदद से दंगाइयों की पहचान की जा रही है।
वहीं, मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराम जी ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। मंगलवार को स्कूल खुले, और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारी गश्त कर रहे हैं। हालांकि इंटरनेट सेवाओं को अभी तक बहाल नहीं किया गया है और सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। बाजार भी खुल चुके हैं लेकिन जामा मस्जिद के आसपास स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। योगी सरकार ने अब तक उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सरकार ने एक अध्यादेश जारी किया था, जिसके तहत दंगाइयों से नुकसान की वसूली की जाएगी, ताकि सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई हो सके। पुलिस और प्रशासन हर संभावित कदम उठा रहे हैं ताकि राज्य में किसी भी प्रकार की हिंसा को रोका जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
कैसे हैं संभल के हालात?
संभल के मौजूदा हालात पर एसपी कृष्ण कुमार ने कहा है कि रविवार को हुई हिंसा के बाद इंटरनेट बंद करने का फैसला हुआ था जो अब भी जारी है। इसके अलावा स्थिति सामान्य है और बाकी सभी चीजें बहाल कर दी गई हैं। एसपी ने बताया है कि पुलिस ने घटना में शामिल लोगों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। 100 से ज्यादा लोगों की पहचान कर ली गई है और वे जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। एसपी ने ये भी बताया कि संभल के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क को 23 नवंबर को BNS की धारा 168 के तहत नोटिस जारी किया गया है।