उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में हुई हिंसा के मामले में एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। घटना स्थल से पुलिस ने पुष्टि की है कि 41 राउंड गोलियां दंगाइयों द्वारा चलाई गई थीं। पुलिस ने मौके से 41 खाली कारतूस बरामद किए हैं, जो हिंसा के दौरान फायरिंग का स्पष्ट सबूत हैं।
घटना का विवरण:
- फायरिंग की पुष्टि:
- हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा खुलेआम गोलीबारी की गई। खाली कारतूस बरामद होने से यह साफ है कि हालात को और अधिक बिगाड़ने की साजिश रची गई थी।
- हिंसा का कारण:
- रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हिंसा धार्मिक असहमति और कथित तनावपूर्ण माहौल के चलते हुई थी।
- पुलिस की कार्रवाई:
- पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जाँच तेज कर दी है। इस घटना में शामिल व्यक्तियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
- घटना में फायरिंग करने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
दंगाइयों की रणनीति:
- दंगाइयों ने पहले से ही हथियार और गोलियां इकट्ठा कर रखी थीं, जिससे यह मामला पूर्व नियोजित साजिश की ओर इशारा करता है।
- इससे पहले की रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया था कि हिंसा की योजना पहले से बनाई गई थी, जिसमें पथराव और फायरिंग शामिल थी।
सरकार और प्रशासन का रुख:
- राज्य सरकार ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
- स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।
खाली कारतूस बरामद
यूपी पुलिस की फोरेंसिक टीम ने खाली कारतूस बरामद किए हैं। इस दौरान 12 बोर तमंचे के 21 खोखे, 32 बोर तमंचे के 11 खोखे, 315 बोर तमंचे के 9 खोखे बरामद हुए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से तमंचे भी बरामद किए हैं।
हालही में गिरफ्तार हुआ था आरोपी फरहत
हालही में इस हिंसा मामले में पुलिस ने एक और आरोपी फरहत को गिरफ्तार किया था। ये बहुत बड़ी गिरफ्तारी मानी जा रही है क्योंकि दंगा हो जाने के बाद इसने एक वीडियो बनाया और वो सोशल मीडिया पर वायरल करवाया, जिसमें इसने कहा कि हिन्दुओं को मार दो। बता दें कि संभल में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि एक उप जिलाधिकारी समेत कम से कम 25 लोग घायल हो गए थे।
हिंसा से हुए नुकसान की भरपाई कौन करेगा?
इससे पहले खबर सामने आई थी कि सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई आरोपियों से वसूलने की तैयारी कर ली गई है। सार्वजनिक स्थानों पर इन पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर लगेंगे। इनसे नुकसान की वसूली भी होगी। इसके साथ ही इनपर इनाम भी जारी किया जा सकता है। पुलिस की ओर से नामजद किए गए आरोपियों में सपा सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, स्थानीय विधायक इकबाल महमूद का बेटा सोहेल इकबाल और 2,750 अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।
हालही में इस मामले पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा था कि जानबूझकर दंगा भड़काना, पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाना, खुलेआम फायरिंग करना, पथराव करना, इस तरह की चीजें उत्तर प्रदेश में स्वीकार नहीं की जाएंगी। इसके पीछे जो भी लोग हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। संभल में स्थिति बिल्कुल शांतिपूर्ण है।