अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ एक भव्य और ऐतिहासिक उत्सव के रूप में मनाई जा रही है। पूरे शहर को सजाया गया है, और इस विशेष मौके पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है।
प्रमुख आयोजन:
- रामलला का अभिषेक और पूजन:
- सुबह 10 बजे रामलला की प्रतिमा के अभिषेक और पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ।
- अभिषेक समारोह उसी विधि-विधान से किया जाएगा, जैसा पिछले वर्ष प्राण प्रतिष्ठा के समय हुआ था।
- सीएम योगी का शामिल होना:
- सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर परिसर पहुंचेंगे।
- दोपहर 12:20 पर रामलला की महाआरती में शामिल होंगे।
- रामलला का विशेष वस्त्र:
- रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए जाएंगे, जिन्हें सोने और चांदी के तारों से कढ़ाई करके तैयार किया गया है।
- फूलों से सजी अयोध्या:
- राम मंदिर को 50 क्विंटल फूलों से सजाया गया है, जिससे पूरे परिसर में भव्यता झलक रही है।
विशेष अतिथि और संतों का आगमन:
- कार्यक्रम में 2,000 साधु-संतों के साथ 110 वीआईपी अतिथि शामिल हो रहे हैं।
- अंगद टीला में 5,000 लोगों के मेहमाननवाजी के लिए भव्य इंतजाम किए गए हैं।
दिनभर के कार्यक्रम:
- सुबह से दोपहर तक:
- सुबह 8 बजे से 11 बजे और दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक अग्निहोत्र और श्रीराम मंत्र जाप।
- सांगीतिक कार्यक्रम:
- दोपहर 3 से 5 बजे के बीच मंदिर के भूतल पर राग सेवा।
- शाम 6 से 9 बजे तक बधाई गान।
- अंगद टीला पर आयोजन:
- राम कथा, मानस प्रवचन, और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- आयोजन के बाद प्रसाद वितरण।
सुरक्षा और व्यवस्था:
- कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आयोजन के लिए व्यापक तैयारी की है।
पिछले वर्ष की स्मृतियां:
- 22 जनवरी 2024 को कूर्म द्वादशी के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समारोह में हिस्सा लिया और रामलला की आरती की थी।
समाज के लिए संदेश:
अंगद टीला पर आयोजित कार्यक्रमों में पूरे समाज को आमंत्रित किया गया है, जिससे यह आयोजन समावेशिता और भक्ति का प्रतीक बन रहा है।
अयोध्या का यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा की अद्वितीय झलक प्रस्तुत करता है।