प्रयागराज में आगामी महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए केंद्र सरकार द्वारा 2100 करोड़ रुपए की विशेष अनुदान सहायता राशि स्वीकृत करना एक बड़ी पहल है। इस राशि में से 1050 करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी कर दी गई है। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
महाकुंभ 2025 के प्रमुख तथ्य:
- आयोजन की अवधि:
- 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा।
- यह पर्व मकर संक्रांति से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा।
- केंद्र सरकार का सहयोग:
- उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने यह विशेष अनुदान स्वीकृत किया है।
- 2100 करोड़ रुपए का अनुदान स्वीकृत किया गया, जिसमें से आधी राशि जारी हो चुकी है।
- महाकुंभ की तैयारी:
- प्रशासनिक स्तर: प्रयागराज में बुनियादी ढाँचे का विकास, जैसे पुल, सड़कें, बिजली, जल आपूर्ति, और यातायात प्रबंधन।
- सुरक्षा व्यवस्था: करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध।
- साफ-सफाई और स्वच्छता: स्वच्छ कुंभ का लक्ष्य।
- महाकुंभ का महत्व:
- यह विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन है।
- चार स्थानों (हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन) पर हर 12 साल में आयोजित होता है।
- गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम में स्नान को पवित्र माना जाता है।
- अंतरराष्ट्रीय आकर्षण:
- महाकुंभ 2025 में देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु और पर्यटक भाग लेंगे।
- इसे भारत की सांस्कृतिक कूटनीति के तौर पर देखा जा रहा है, जो देश की सॉफ्ट पावर को प्रदर्शित करेगा।
अनुदान का उपयोग:
- श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए यातायात व्यवस्था, आवासीय व्यवस्थाएँ, और विशेष पंडाल बनाए जा रहे हैं।
- मेला क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग और ई-गवर्नेंस प्रणाली लागू की जाएगी।
- संस्कृतिक कार्यक्रमों और धार्मिक आयोजनों के लिए विशेष तैयारी।
योगी सरकार को केंद्र का तोहफा
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पहले ही 5435.68 करोड़ रुपए भव्य, दिव्य और डिजिटल महाकुम्भ के आयोजन पर खर्च कर रही है। सरकार द्वारा महाकुम्भ के लिए 421 परियोजनाओं पर यह धनराशि खर्च की जा रही है। प्रदेश सरकार की ओर से अबतक 3461.99 लाख की वित्तीय स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों, जिसमें लोक निर्माण विभाग, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, सेतु निगम, पर्यटन विभाग, सिंचाई, नगर निगम प्रयागराज द्वारा विभागीय बजट से 1636.00 करोड़ रुपए की 125 परियोजनाओं को क्रियान्वित कराया जा रहा है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के यशस्वी मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक समागम 'प्रयागराज महाकुम्भ-2025' को दिव्य एवं भव्य बनाने हेतु संकल्पित है।
इस शृंखला में केंद्र सरकार द्वारा ₹2,100 करोड़ की विशेष अनुदान सहायता राशि…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 3, 2024
महाकुंभ में मद्देनजर तैयार हो रहा इंफ्रास्ट्रक्चर
महाकुम्भ 2025 के अन्तर्गत अवसंरचनात्मक सुविधायें जिसमें रेलवे ओवरब्रिज, रेलवे अण्डरब्रिज, सड़कों का सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण का कार्य, नदी के किनारे कटाव निरोधक कार्य सहित इण्टरलॉकिंग सड़क मार्ग, रिवर फन्ट का निर्माण, स्मार्ट सिटी एवं प्रयागराज विकास प्राधिकरण के समन्वय से प्रयागराज को सर्वश्रेष्ठ स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किये जाने की कार्ययोजना के अन्तर्गत समस्त चौराहों का थीम बेस्ड सौन्दर्याकरण, आईटी बेस्ड मॉनिटरिंग इत्यादि कार्य एवं श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था का सुचारू रूप से संचालन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त स्वच्छ भारत मिशन एवं नगर निगम, प्रयागराज के समन्वय से शहर की साफ-सफाई एवं स्वच्छता के लिए उच्च कोटि की व्यवस्था की जा रही है। सॉलिड वेस्ट प्रबन्धन एवं शहर को 100 प्रतिशत सीवरेज ट्रीटमेन्ट से आच्छादित किया जा रहा है।
महाकुंभ 2025 होगा खास
इसके अतिरिक्त महाकुम्भ 2025 के अन्तर्गत विभिन्न प्रयोग, जिसमें डिजीटल कुम्भ म्यूजियम का निर्माण एवं पर्यटन रूट सर्किट (प्रयागराज-अयोध्या-वाराणसी-विंध्याचल-चित्रकूट) का निर्माण इत्यादि किया जा रहा है। महाकुम्भ 2025 के अन्तर्गत श्रद्धालुओं, पर्यटकों एवं दर्शनार्थियों के आवागमन एवं पुण्य स्नान किये जाने की उत्तम व्यवस्था की जा रही है। साथ ही महाकुम्भ 2025 को दिव्य महाकुम्भ, भव्य महाकुम्भ के साथ-साथ स्वच्छ महाकुम्भ, सुरक्षित महाकुम्भ, सुगम महाकुम्भ, डिजिटल महाकुम्भ, ग्रीन महाकुम्भ की अवधारणा के रूप में विकसित किये जाने का लक्ष्य है।