उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और महाकुंभ 2025 को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन राज्य की अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ रुपये का लाभ देगा।
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath offers prayers at Kashi Vishwanath temple in Varanasi pic.twitter.com/1c72PBryZG
— ANI (@ANI) February 15, 2025
महाकुंभ 2025 का आर्थिक प्रभाव
✅ 1500 करोड़ रुपये खर्च करके 3 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक वृद्धि का अनुमान।
✅ उत्तर प्रदेश की पर्यटन और धार्मिक अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा।
✅ 50-55 करोड़ श्रद्धालुओं की भागीदारी से स्थानीय व्यापार, होटल, ट्रांसपोर्ट और अन्य क्षेत्रों में व्यापक प्रभाव।
प्रयागराज का योगदान और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
✅ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, अकेले प्रयागराज ने 3 लाख करोड़ रुपये की जीडीपी वृद्धि में मदद की।
✅ महाकुंभ के दौरान 49% पूंजी निवेश प्रत्यक्ष रोजगार सृजन में जाता है।
✅ टैक्सी चालकों, रिक्शा चालकों और अन्य सेवा प्रदाताओं को रोजगार के अवसर।
✅ रेल, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे में निवेश से पर्यटन को बढ़ावा।
लखनऊ में 114 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन
✅ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लखनऊ में 114 परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
✅ यूपी में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में सीएम योगी आदित्यनाथ और डबल इंजन सरकार की अहम भूमिका।
महाकुंभ 2025 – धार्मिक आयोजन से आर्थिक समृद्धि
- हर 6 साल में कुंभ और हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ देता है।
- महाकुंभ से यूपी को पर्यटन, रोजगार, और बुनियादी ढांचे में जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
- योगी सरकार के तहत प्रयागराज और अन्य धार्मिक स्थलों का व्यापक विकास हुआ है, जिससे श्रद्धालु उन स्थानों पर जा सकते हैं जहां पहले नहीं जा पाते थे।
महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक आयोजन बल्कि यूपी की आर्थिक प्रगति का एक प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है।