लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पहली बार गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात कर सकते हैं। यूपी में चुनाव नतीजों के बाद यह बैठक बहुत अहम मानी जा रही है।
वहीं गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवकों से कहा है कि वह संघ के विस्तार की चिंता करें। संघ से कैसे जन-जन को जोड़ना है, इसके लिए अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। शहर की गली-मोहल्लों तक तो इसके लिए पहुंचे ही, गांव-गांव तक अपनी पहुंच सुनिश्चित करें।
एसवीएम पब्लिक स्कूल चिऊंटहा में तीन जून से चल रहे कार्यकर्ता विकास वर्ग में हिस्सा लेने के लिए बुधवार की शाम गोरखपुर पहुंचे संघ प्रमुख का गुरुवार को बौद्धिक हुआ। अपने बौद्धिक में उन्होंने स्वयंसेवकों को उनकी कार्यक्षमता याद दिलाकर संघ के लिए उपयोगी बनने का मंत्र दिया।
कहा कि सभी प्रशिक्षित स्वयंसेवक हैं और संघ की रीति-नीति को अच्छी तरह से समझते हैं। जरूरत केवल संघ के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर विस्तार के लिए सक्रिय होने की है। संघ का उद्देश्य राष्ट्र व समाज का उत्थान व सुरक्षा है, इस दिशा में पूरी ईमानदारी से काम करें। राष्ट्र व समाज के विकास पर जोर दें। संघ प्रमुख ने कहा कि संगठन की कार्ययोजनाओं के क्रियान्वयन के प्रति प्रतिबद्धता हर स्वयंसेवक में दिखनी चाहिए। यही स्वयंसेवकों की पहचान और ताकत है।
इस दौरान संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों को संगठन की आगामी कार्ययोजनाओं से भी अवगत कराया और उनके क्रियान्वयन की योजना बताई। विकास वर्ग में हुए संघ प्रमुख के बौद्धिक के दौरान काशी, अवध, कानपुर प्रांत के वरिष्ठ स्वयंसेवकों के अलावा क्षेत्र प्रचारक अनिल, गोरक्ष प्रांत के प्रचारक रमेश और क्षेत्र कार्यवाह वीरेंद्र जायसवाल आदि मौजूद रहे।
शताब्दी वर्ष तक हर गांव में हो स्वयंसेवकों का समूह
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कह कि वर्ष 2025 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। यह संघ के लिए सौभाग्य का वर्ष रहेगा। इसे और भी सौभाग्यशाली बनाना है। स्थापना वर्ष तक हर खंड व गांव तक संघ को पहुंचाना है। गांव-गांव में स्वयंसेवकों का समूह बनाकर खंड स्तर पर शाखाएं लगवानी हैं, जिससे राष्ट्र व समाज के विकास में संघ की भूमिका अंतिम पायदान तक सुनिश्चित हो सके।