लंपी वायरस से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में हैं। अब सीएम के आदेश पर पूरे प्रदेश में टीकाकरण के लिए अभियान और तेज किया जाएगा। बता दें कि यूपी में लंपी वायरस से बचाव के लिए मुख्यमंत्री ने स्थिति की समीक्षा की और ये निर्देश दिए कि पशु मेलों का आयोजन स्थगित रहेगा। साथ ही संक्रमित, स्वस्थ और गैर संक्रमित गोवंश के लिए अलग-अलग बाड़ों की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पशुओं में लंपी वायरस से बचाव के प्रबंधन की समीक्षा की और ये जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
लंपी वायरस को रोकने के लिए सीएम योगी ने दिए ये निर्देश
दरअसल, बीते कई महीनों से गोवंश पर लंपी वायरस का दुष्प्रभाव देखने को मिला है। इस संक्रमण के कारण कई राज्यों में बड़े पैमाने पर जानवरों की मौत हुई है। आज की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इसके प्रसार को रोकने के लिए मिशन मोड में काम करना होगा।
- सीएम ने आदेश दिए कि स्थिति सामान्य होने तक प्रदेश में पशुमेलों का आयोजन स्थगित रखा जाए।
- साथ ही अंतरराज्यीय पशु परिवहन पर रोक लगाई जाए।
- पशुपालकों को संक्रमण के लक्षण और उपचार के बारे में पूरी जानकारी दी जाए।
- गोआश्रय स्थलों में अनावश्यक लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाए।
- सीएम योगी ने आदेश दिए कि लंपी वायरस से सुरक्षा के लिए पशु टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाना जरूरी है।
- उन्होंने कहा कि यह मच्छर से फैलने वाला वायरस है, इसलिए ग्राम्य विकास, नगर विकास और पशुपालन विभाग आपस में समन्वय बनाकर गांव और शहरों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाए।
- लंपी वायरस से संक्रमित गोवंश, स्वस्थ हुए गोवंश और गैर संक्रमित गोवंश के लिए अलग-अलग बाड़े की व्यवस्था की जाए।
- निराश्रित गोवंश स्थलों/कान्हा उपवनों के साथ-साथ आम पशुपालकों को भी इस बारे में जागरूक किया जाए।
भरण-पोषण करने वालों को प्रति गोवंश मिलेंगे इतने पैसे
इतना ही नहीं समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने कहा कि निराश्रित गोवंश संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयासों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। वर्तमान में 6889 निराश्रित गोवंश स्थलों में 11.89 लाख गोवंश संरक्षित हैं। इनके साथ-साथ गोवंश संरक्षण के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री सहभगिता योजना के भी अच्छे परिणाम मिले हैं। अब तक 01 लाख 85 हजार से अधिक गोवंश इस योजना के तहत गो-सेवकों को सुपुर्द किए गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निराश्रित गोवंश स्थलों और गोवंश की सेवा कर रहे सभी परिवारों को गोवंश के भरण-पोषण के लिए वर्तमान में ₹30 प्रति गोवंश की दर से धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। अब इसे बढ़ाकर ₹50 प्रति गोवंश किया जाए। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि इस संबंध में कोई भी बकाया अवशेष न रहे।