सावन के दूसरे सोमवार के मौक पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा करने वाले कांवड़ियों को विशेष संदेश दिया है. सीएम ने कांवड़ियों से कहा है कि शिव बनने के लिए शिव जैसी साधना भी चाहिए, बिना आत्म अनुशासन के कोई भी पर्व पूरा नहीं होता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, ‘महादेव का पावन मास सावन प्रारंभ हो चुका है. सावन महीने की कांवड़ यात्रा पूरी दुनिया में विख्यात है. पूरे देश के अंदर और खास तौर पर उत्तर भारत में इस वक्त महादेव के अनुष्ठान में लीन हो कर सभी शिवालयों में जलाभिषेक के साथ अपनी असीम भक्ति का प्रदर्शन करते हैं.
महादेव जैसा आत्मअनुशासन भी चाहिए: सीएम योगी
सीएम ने कहा, उनकी सुरक्षित और संरक्षित यात्रा के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा राज्य में उचित व्यवस्था की गई है ताकि कहीं कोई अव्यवस्था न फैले, किसी को कोई परेशानी न हो. कोई भी उनकी आस्था से खिलवाड़ न करने पाए. इन सब बातों को ध्यान में रखकर प्रयास शुरू किए गए हैं.
उन्होंने कहा, ‘मेरा सभी भक्तों से विनम्र निवेदन है कि हमलोग सभी शिव भक्त हैं, महादेव की विशेष कृपा हम पर रही है और हम निरंतर यही प्रार्थना करते हैं कि उनकी कृपा हमेशा बनी रहे. कोई भी साधना बिना आत्म-अनुशासन के पूरी नहीं होती है. सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए न केवल हमें अंत:करण से बल्कि बाहरी रूप से भी उस पूरी प्रक्रिया में हमें लीन होना पड़ेगा. शिव बनने के लिए शिव जैसी साधना भी चाहिए, उस प्रकार का आत्म अनुशासन भी चाहिए और तब यह कांवड़ यात्रा न केवल श्रद्धा और प्रतीक के रूप में बल्कि आम जन के व्यापक विश्वास की प्रतीक बनकर उभरेगी जैसा कि इस समय हमलोग देख रहे हैं.’
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की भी व्यवस्था: सीएम
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, हम देख रहे हैं कि न केवल सरकार बल्कि विभिन्न समाजों के लोग पूरी आस्था के साथ उनकी (कांवड़ यात्रियों) सेवा में तत्परता से लगे हुए हैं.’ सरकार अपने स्तर पर भी न केवल बेहतरीन पेट्रोलिंग माध्यम से बल्कि स्वच्छता के माध्यम से स्वास्थ्य व्यवस्था के माध्यम से शिविर लगाकर भी अनेक प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा, आवश्यक्ता अनुसार निगरानी के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की भी व्यवस्था की गई है.
सीएम ने कहा, मैं सभी शिव भक्तों से अपील करूंगा की महादेव की कृपा हम पर बनी रहे, हम व्यवस्था के साथ जुड़ करके न सिर्फ इस यात्रा का आनंद ले बल्कि पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ आत्म अनुशासन का परिचय देते हुए इस पावन मास के कांवड़ यात्रा को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें.