उत्तर प्रदेश के कासगंज में 3 सितंबर को जिला न्यायलय के गेट से गायब हुईं अधिवक्ता मोहिनी तोमर की लाश हजारा नहर में मिलने के बाद से जिले में बवाल है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपितों के नाम हैदर और मुस्तफा भी हैं।
अब मीडिया रिपोर्ट्स में इस हत्या से जुड़ी दो थ्योरी सामने आ रही हैं। कहीं बताया जा रहा है कि मोहिनी तोमर की हत्या उनके कोर्ट में चल रहे हालिया केस को लेकर हुई। वहीं कहीं पर इस हत्या को 6 साल पुराने चंदन गुप्ता केस से जोड़कर भी बताया जा रहा है।
हालिया मामला शिवशंकर नाम के शख्स से जुड़ा है जिसकी पैरवी मोहिनी तोमर कर रही थीं। इस मामले को लेकर पता चलता है कि कुछ समय पहले एक क्रिकेट मैच में हारने के बाद हैदर, मुस्तफा और सलमान की टीम ने शिवशंकर से गाली-गलौच की थी और बाद में उन्हें पीटा भी गया था। मोहिनी तोमर की ओर से ये केस कोर्ट में पेश किया गया।
शिवशंकर के अनुसार, शुरू में तो उनसे मामले में राजीनामा कराने का दबाव बनाया जा रहा था, हालाँकि बाद में जब मामला हाई कोर्ट जाने को हुआ तो उन्हें धमकियाँ मिलने लगीं और फिर मोहिनी का अपहरण करके इस हत्या को अंजाम दिया गया।
वहीं मोहिनी तोमर के पति ने एफआईआर में बताया कि कुछ समय से उनकी पत्नी काफी परेशान रहने लगी थीं। जब उन्होंने इस घटना के बारे में बार-बार पूछा तब जाकर उन्होंने बताया कि चूँकि उन्होंने मुस्तफा कामिल के बेटों की जमानत का विरोध किया इसलिए उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं। इसके अलावा मुनाजिर रफी का नाम भी मृतिका के पति द्वारा एफआईआर में लिखाया गया है। उन्होंने बताया कि रफी का नाम चंदन गुप्ता केस में सामने आया था। उसके बाद मोहिनी ने उस मामले में भी रफी की बेल का विरोध किया था।
उन्होंने अपनी तहरीर में बताया कि वकील मुस्तफा कामिल, असद मुस्तफा, हैदर मुस्तफा, सलमान, मुनाजिर रफी, केशव मिश्रा ने योजनाबद्ध तरीके से उसकी मोहिनी तोमर को किसी व्यक्ति के माध्यम से न्यायालय में मुख्य गेट के बाहर बुलाकर उनका अपहरण कर लिया। इसके बाद अज्ञात स्थान पर ले जाकर हत्या करवा दी।
अब इस मामले को लेकर विभिन्न जगहों पर हिंदू संगठन और वकील प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सड़क जाम करते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया गया। अधिवक्ताओं ने हाईवे पर बैठ इंसाफ के लिए नारेबाजी की। वहीं पुलिस ने मामले में आरोपितों के विरुद्ध एक्शन लेते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
चंदन गुप्ता हत्या- उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में 26 जनवरी 2018 को निकली ‘तिरंगा यात्रा’ पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने हमला किया था। इस हमले में चंदन गुप्ता उर्फ़ अभिषेक की मौत हो गई थी। ‘तिरंगा यात्रा’ में शामिल लोगों पर गोलियाँ चलाई गई थी। पथराव हुआ था। इसी घटना में चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी।