उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में ईसाई धर्मान्तरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। कीर्तन के बहाने हिन्दुओं को जमा कर धर्म परिवर्तन की कोशिश की गई। ईसाई बनने के लिए पैसों का लालच भी दिया गया। इस मामले में पुलिस ने कुल 17 आरोपितों पर केस दर्ज किया है। अब तक 7 महिलाओं सहित कुल 15 गिरफ्तार हो चुके हैं।
यह मामला गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र का है। रविवार (17 सितम्बर 2023) को करहेड़ा गाँव में भजन-कीर्तन के नाम पर हिन्दू समाज के 10 लोगों को इकट्ठा किया गया था। यह जमावड़ा नूरनगर कॉलोनी में रहने वाले दिनेश के घर पर था जो पास ही एक फैक्ट्री में काम करता है। कीर्तन करवाने दिल्ली से कई लोग आए थे। इनमें महिलाएँ भी शामिल थीं। कार्यक्रम के दौरान ही इसी गाँव के सुभाषचंद ने पुलिस को सूचना देकर दिनेश के घर में हिन्दुओं के ईसाई धर्मान्तरण की कोशिश का आरोप लगाया।
दिनांक 17.09.2023 को थाना साहिबाबाद क्षेत्रान्तर्गत करहैड़ा गांव निवासी सुभाषचन्द के द्वारा सूचना दी गई कि उनके गांव के रहने वाले दिनेश द्वारा ईसाई समुदाय के कुछ व्यक्तियों को बुलाकर एक सभा का आयोजन किया गया …1/2 pic.twitter.com/N36YA46nXY
— DCP TRANS HINDON COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@DCPTHindonGZB) September 18, 2023
जब पुलिस ने मकान मालिक दिनेश से पूछताछ की तब उन्होंने घर में जमा बाहरी लोगों के दिल्ली निवासी होने की जानकारी दी। दिनेश ने यह भी बताया कि बाहर से आए लोगों की जानकारी उसे यूट्यूब के एक वीडियो के माध्यम से मिली थी। 6 माह पहले दिनेश चोटिल हो गया था। इसके बाद उसने दुःख-दर्द दूर करने वाला वीडियो बनाने और धर्म परिवर्तन करवाने वाले इस गिरोह को सम्पर्क किया। कार्यक्रम में मौजूद सुभाष जाटव नाम के व्यक्ति ने दिनेश पर भी धर्मान्तरण रैकेट से जुड़े होने का आरोप लगाया है।
थाना साहिबाबाद पुलिस टीम द्वारा धर्म परिवर्तन कराने वाले 08 अभियुक्त व 07 अभियुक्ता गिरफ्तार।@Uppolice pic.twitter.com/ir2KXsb065
— POLICE COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@ghaziabadpolice) September 18, 2023
पुलिस ने जब कार्यक्रम करवाने दिल्ली से आए लोगों की खोजबीन की तो वे अगले दिन 18 सितंबर को गाजियाबाद में ही एक इको कार से घूमते मिले। इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने खुद को बचपन से ही ईसाई बताया। कबूल किया कि वे लोगों को प्रार्थना सभा के नाम पर जमाकर ईसाई मत की विशेषता बताते हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुद से जोड़ने के लिए आरोपितों ने लोगों को पैसों का लालच देने की भी बात स्वीकारी। साथ ही यह भी माना कि वो लोगों से बीमारी और तकलीफें दूर करने का वादा भी करते हैं।
इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने 7 महिलाओं सहित कुल 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध 2021 के तहत कार्रवाई की गई है। पकड़े गए आरोपितों के नाम मकान मालिक दिनेश, चंद देव राय, बबलू, राजन वर्मा, जॉय, अशमत उस्मान, राजकुमार, अजय, अनीता, जयादास, रुचिका, मीनू और गुड़िया हैं। इन सभी के पास से 5 बाइबिल, गीत की 2 किताबें, वचन की किताब, गिटार और उसका कवर बरामद हुआ है। जिस इको कार से आरोपित घूम रहे थे उसे भी सीज कर दिया गया है।