उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कासगंज जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने ओजस्वी भाषण में उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी, सेना के पराक्रम को सराहा और समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला।
‘भारत ने बता दिया, अब अगर छेड़ोगे तो अस्तित्व बचाना मुश्किल होगा’
सीएम योगी ने कहा:
“आपने देखा होगा, कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे बहादुर जवानों ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी है। अगर हमारे पास मजबूत सेना न होती, तो भारत की जनता की सुरक्षा संभव नहीं होती। अब भारत ने स्पष्ट कर दिया है — अगर भारत के एक भी नागरिक को छेड़ा, तो दुश्मन को अपने अस्तित्व की भीख मांगनी पड़ेगी।“
ऑपरेशन सिंदूर और सेना का शौर्य
सीएम योगी का यह बयान हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में आया है, जिसमें भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर अनेक आतंकवादियों को ढेर किया।
उन्होंने कहा कि यह साहसिक कार्रवाई पीएम मोदी के नेतृत्व में सेना के आधुनिकीकरण का नतीजा है:
“भारतीय सेना अब घर में घुसकर दुश्मन को खत्म करने की क्षमता रखती है।”
समाजवादी पार्टी पर तीखा प्रहार
सीएम योगी ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा:
“2017 से पहले शाम होते ही यूपी की सड़कों पर कर्फ्यू जैसा माहौल होता था। बेटियां, व्यापारी, आमजन सुरक्षित नहीं थे। हर तीसरे दिन दंगे होते थे। पर्व-त्योहार डर में गुजरते थे। राज्य अंधेरे और अराजकता में डूबा था।”
उन्होंने समाजवादी पार्टी और पूर्व सरकारों को गुंडों का संरक्षक बताया, जिनके गठजोड़ ने प्रदेश में अराजकता फैलाई।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर रामगोपाल यादव के बयान पर प्रतिक्रिया
सीएम योगी ने सपा महासचिव रामगोपाल यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“सेना की वर्दी को जातिवादी चश्मे से नहीं देखा जाता। भारतीय सेना का हर सैनिक राष्ट्रधर्म निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है। एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल सपा की संकीर्ण सोच का प्रतीक है, बल्कि सेना और राष्ट्र का भी अपमान है।”
राजनीतिक संकेत और संदेश
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यह भाषण यूपी में राष्ट्रीय सुरक्षा को एक चुनावी मुद्दे के रूप में उभारता है।
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सीएम योगी ने ‘राष्ट्र बनाम जातिवाद’ की विचारधारा को उजागर कर सामाजिक ध्रुवीकरण का संकेत दिया है।
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पीएम मोदी और सेना का बार-बार जिक्र कर सीएम योगी ने यह स्पष्ट कर दिया कि भाजपा अब “राष्ट्रवाद + कानून व्यवस्था + आधुनिक सुरक्षा ताकत” के एजेंडे पर दोबारा चुनावी मैदान में उतरेगी।
सीएम योगी का यह भाषण केवल एक राजनीतिक रैली नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संदेश है — भारत अब प्रतिक्रिया नहीं, प्रतिशोध की नीति पर चल पड़ा है, और उत्तर प्रदेश अब गुंडाराज नहीं, सुशासन की पहचान बन चुका है।