इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद एक बार फिर ज्ञानवापी में एएसआई ने सर्वे शुरू कर दिया गया है। ज्ञानवापी सर्वे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ज्ञानवापी मार्ग पर किसी भी वाहन के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है, तो वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में मोबाइल पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ज्ञानवापी स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष अन्य हिस्से का सर्वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने सर्वे शुरू कर दिया है। रडार व कॉर्बन डेटिंग तकनीक का भी इस्तेमाल होगा।
24 जुलाई को हुए सर्वे में ज्ञानवापी परिसर की माप ली गयी थी। 35 से अधिक सदस्यों द्वारा ज्ञानवापी परिसर का सर्वे किया जा रहा है। आठ बिंदुओं पर सर्वे की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। पहले बिंदु में वैज्ञानिक जांच में देखा जाएगा कि क्या ढांचे का निर्माण पहले से मौजूद मंदिर की संरचना के ऊपर किया गया था। दूसरे बिंदु में पश्चिमी दीवार की उम्र और प्रकृति की जांच की जाएगी। तीसरे बिंदु में अंदर मिलिबकलाकृतियों को सूचीबद्ध किया जाएगा। इसकी वैज्ञानिक जांच की जाएगी। तीनों गुम्बदों के नीचे सर्वे किया जाएगा। इमारत की उम्र और निर्माण की प्रकृति का पता किया जाएगा।
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुभाष चतुर्वेदी ने बताया सर्वे का कार्य प्रारंभ हो गया है। बिना क्षति पहुंचाए सर्वे की प्रक्रिया को किया जा रहा है। पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने बताया कि एएसआई सर्वे को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस हाई अलर्ट पर है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि सर्वे के कार्य के लिए जो भी सहयोग मांगा गया था, उसको दिया गया है।