22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरे प्रदेश में एक अलग तरह का माहौल है। हर तरफ सिर्फ भगवान राम के भव्य मंदिर की ही चर्चा है। गांवों और शहरों में जुलूस निकाले जा रहे हैं, भजन-कीर्तन किए जा रहे हैं। राम चरित मानस के निरंतर पाठ का आयोजन किया जा रहा है। राम भक्तों के इस उत्साह को देखते हुए योगी सरकार ने भी बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। इसी क्रम में सीएम योगी के निर्देश पर परिवहन विभाग ने 22 जनवरी को होने वाले इस भव्य कार्यक्रम की कार्ययोजना तैयार कर ली है।
कार्ययोजना के तहत 22 जनवरी तक सभी बसों में लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम में राम भजन बजाने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि हाल ही में सीएम योगी ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी, जिसमें उन्होंने अयोध्या के मंदिरों में 14 जनवरी से 24 मार्च 2024 तक भजन कीर्तन, रामायण एवं रामचरित मानस का पाठ, सुन्दरकांड के कार्यक्रम आयोजन कराने के निर्देश दिए थे।
22 जनवरी को लेकर परिवहन विभाग ने जो कार्ययोजना तैयार की है, उसके अनुसार सभी यात्री वाहनों में तथा बस स्टेशनों पर साफ सफाई सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी बसों में लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम में राम भजन बजाने के भी निर्देश हैं, ताकि यात्रियों की यात्रा मंगलमय हो और वे भगवान राम के जीवन से प्रेरणा भी ले सकें। भगवान राम से जुड़े भजनों में विभिन्न कलाकारों के मशहूर भजन शामिल होंगे, वहीं आज के समय में लोगों के बीच लोकप्रिय भजन और गाने भी इसमें शामिल किए जा सकते हैं। इसके अलावा स्थानीय गायकों के राम भजनों को भी इसमें जगह मिल सकता है। इसके जरिए योगी सरकार का मकसद उत्तर प्रदेश में लोगों के बीच रामोत्सव के प्रति जिज्ञासा पैदा करना है, ताकि हर आम आदमी किसी न किसी रूप में इस कार्यक्रम से जुड़ सके।
कार्ययोजना के मुताबिक, सभी टैक्सी और टूरिस्ट बस वाहन स्वामियों के साथ बैठक की गई है और उनसे इस अवधि के दौरान आवश्यकता के अनुसार अयोध्या में टैक्सियों और टूरिस्ट बसों को आरक्षित करने के लिए भी कहा गया है।
लखनऊ से अयोध्या, गोरखपुर से अयोध्या और सुल्तानपुर से अयोध्या के बीच सभी टोल प्लाजा पर पर्यटकों की सहायता के लिए परिवहन विभाग के हेल्पडेस्क स्थापित किए जाएंगे। सुरक्षित यात्रा के लिए होर्डिंग, समाचार पत्र, प्रचार वैन, डिजिटल बैनर और सभी सोशल मीडिया के माध्यम से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इतना ही नहीं, सड़क सुरक्षा के मद्देनजर एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य राजमार्गों पर मार्गों पर एम्बुलेंस, पेट्रोलिंग और क्रेन वाहनों की तैनाती सुनिश्चित करेंगे।
ड्राइवरों के लिए विशेष प्रशिक्षण
परिवहन विभाग की कार्ययोजना पर गौर करें तो हर एक यात्री वाहनों और बस स्टेशनों की साफ सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. अयोध्या में टैक्सी व टूरिस्ट बसों को जरूरत पड़ने पर आरक्षित रखने का भी निर्देश दिया गया है. टैक्सी एवं बस ड्राइवरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे संवेदनशील बनाए जा सके. इस प्रशिक्षण में सुरक्षित गाड़ियों को चलाने, यातायात नियमों का पालन करने, पर्यटकों के लिए चालकों का व्यवहार, चालकों का वर्दी में होना, नशा व पान गुटखा का सेवन न करना, गाड़ी की सफाई, तय किराया से ज्यादा किराया किसी भी स्थिति न वसूलना, इन कुछ बिंदुओं को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी. अयोध्या की 200 किमी परिधि में पड़ने वाले रास्ते पर प्रवर्तन टीमों को टूरिस्ट के सहायतार्थ तैनात किया जाएगा.