आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के एक श्रद्धालु सी. श्रीनिवासन ने कहा है कि वह भगवान रामलला (Ram Lala) के लिए एक किलोग्राम सोने का सिंहासन दान करेंगे. सिंहासन के साथ श्रीनिवासन 8 किलोग्राम चांदी की चरण पादुका भी भगवान को चढ़ाएंगे. जान लें कि वह कांची शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती के शिष्य हैं. इन चारण पादुकाओं को लेकर श्रीनिवासन 40 दिन तक अयोध्या की अलग-अलग जगहों पर पूजा कर चुके हैं. आइए श्रीनिवासन के चढ़ावे की क्या खास बात है, इसके बारे में जानते हैं.
राम लला के लिए माणियों वाली चरण पादुका
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, श्रीनिवासन जो चरण पादुका भगवान रामलला को अर्पित करने वाले हैं उसमें 10 उंगलियों की जगह माणि लगी हुई हैं. इसके अलावा चरण पादकाओं पर गदा, कमल, स्वास्तिक, सूर्य और चंद्रमा जैसे भगवान श्रीराम से जुड़े चिन्ह बने हुए हैं.
84 कोसी परिक्रमा के हर मंदिर में चरण पादुका की पूजा
बता दें कि श्रीनिवासन इन चरण पादुकाओं को लेकर 40 दिन तक अयोध्या के नंदीग्राम, भरत कुंड और सूर्य कुंड जैसी जगहों पर जाकर दर्शन और पूजन कर चुके हैं. अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा के रास्ते में पड़ने वाले सभी धार्मिक स्थलों पर चरण पादुका की पूजा की गई है.
इन दिन होगी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
जान लें कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की आधिकारिक तारीख आ गई है. अगले साल 22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निमंत्रण दिया है. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि हम लोग पीएम से मिले. हमने अयोध्या 22 जनवरी को आने का न्योता दिया. पीएम ने हमारा निवेदन स्वीकार किया है. मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, ये निश्चित हो गया है.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसकी जानकारी देते हुए फोटो शेयर की और कहा मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया गया है. इसके अलावा, राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि पीएम मोदी ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सोशल मीडिया पर लिखकर बता चुके हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पीएम मोदी करने वाले हैं