उत्तर प्रदेश के लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की आज से पांच दिवसीय बैठक शुरू हो रही है. संघ प्रमुख मोहन भागवत से लेकर सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले संघ की पूर्वी यूपी की कार्यकारिणी बैठक में शिरकत करेंगे. आरएसएस ऐसे समय में बैठक कर रहा है जब 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. निश्चित तौर पर संघ पांच दिनों की बैठक में सूबे की सामाजिक और राजनीतिक हालातों पर मंथन करेगा. इस तरह मिशन 2024 का खाका खींचने और सूबे में बीजेपी के लिए सियासी जमीन को उपजाउ बनाए रखने की रणनीति तैयार करेंगे.
मिशन-2024 से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत और दत्तात्रेय होसबाले का यूपी का दौरा काफी अहम माना जा रहा है. सूबे में 80 लोकसभा सीटें आती है, जिसके चलते कहा भी जाता है कि दिल्ली के सत्ता का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है. बीजेपी की लगातार दो बार से देश की सत्ता पर काबिज होने में यूपी का अहम रोल रहा है. ऐसे में आरएसएस किसी भी सूरत में यूपी को लेकर राजनीतिक रिस्क नहीं लेना चाहेगा, क्योंकि 2025 में संघ के सौ साल पूरे हो रहे हैं. संघ ने अपना फोकस यूपी पर बढ़ा दिया है.
संघ की पांच दिवसीय बैठक
आरएसएस की पूर्वी यूपी के प्रांतों में होने वाली पांच दिवसीय बैठकों में शामिल होने के लिए संघ सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले लखनऊ पहुंच गए. इस दौरान संघ की पूर्वी यूपी क्षेत्र के तहत आने वाले इलाके की बैठक करेंगे. संघ के पूर्वी, अवध,कानपुर बुंदेलखंड, गोरक्ष-गोरखपुर और काशी क्षेत्र के प्रचारकों के साथ होसबाले अलग-अलग बैठक कर संघ के संगठनात्मक कार्यों की समीक्षा करेंगे. इसी दरमियान संघ प्रमुख मोहन भागवत भी लखनऊ पहुंचेंगे और रामलला के दर्शन को अयोध्या जा सकते हैं.
दलितों को जोड़ने पर संघ का जोर
बताया जा रहा है कि संघ प्रमुख का यह यूपी प्रवास संघ के कार्यों की समीक्षा के लिए है, जिसमें उनकी पूर्वी यूपी क्षेत्र की संघ कार्यकारिणी के प्रचारकों के साथ बैठक प्रस्तावित है. दत्तात्रेय होसबाले सरस्वती शिशु मंदिर में पहले से ही चल रही पूर्वी क्षेत्र के प्रचारकों की बैठक में शामिल होंगे. इस बैठक में न्याय पंचायत स्तर शाखा विस्तार के साथ दलित और आदिवासी बस्तियों तक संघ का कार्य बढ़ाना शामिल है.संघ की मंशा है कि लोकसभा चुनावों के पहले यूपी की हर न्याय पंचायत और दलित बस्ती तक उसकी विचारधारा को पहुंचाया जाए.
संघ के पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार ने बताया कि संघ सभी न्याय पंचायत और दलित बस्ती में समरसता के कार्यक्रम चलाए जाएं और सामाजिक समरसता के भोज हो. इन कार्यक्रमों के जरिए संघ यूपी की सभी न्याय पंचायत और दलित बस्ती में अपनी पहुंच बनाने की है. 2025 में अपना शताब्दी वर्ष मनाए तो यूपी की सभी न्याय पंचायत और दलित बस्ती में संघ की शाखा हो.
संघ से जुड़े संगठन में बदलाव
संघ की शाखाओं के विस्तार के अलावा यूपी में संघ से जुड़ी संगठन विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) भी यूपी में अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है. विहिप युवाओं को लव जिहाद और धर्मांतरण के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए जुलाई से प्रदेश स्टार पर अभियान चलाने जा रहा है. इसके साथ ही विहिप के संगठन में भी कई बदलाव किए जाएंगे ताकि यूपी में उसकी सक्रियता को बढ़ाया जा सके.
संघ की सक्रियता का मकसद
लोकसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के यूपी प्रवास का राजनीतिक मकसद खोजा जा रहा है. सभी के मन में है कि लोकसभा चुनाव के पहले लखनऊ यूपी प्रवास का मकसद क्या है. यह सवाल इसलिए भी है, क्योंकि योगी सरकार के एक सलाहकार को दत्तात्रेय होसबाले का बेहद नजदीकी माना जाता है. संघ के दोनों सीनियर लोगों के लखनऊ के प्रवास करने का और क्या एजेंडा हो सकता है?
भागवत का अयोध्या दौरा
मोहन भागवत यूपी प्रवास के दौरान अयोध्या रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जा सकते हैं. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा और आम जनता के लिए दर्शन भी शुरू हो जाएगा.
मोहन भागवत के लखनऊ प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक उनसे मिलने के लिए निराला नगर के सरस्वती शिशु मंदिर पहुंचेंगे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और सरकार एवं बीजेपी संगठन से जुड़े हुए कई नेता संघ प्रमुख से मुलाकात कर सकते हैं.