सनातन को लेकर हो रहे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म विश्व में शांति की गारंटी है, एकं सद् विप्रा बहुधा वदन्ति का बोध वाक्य ही सनातन धर्म का सत्य है, गांव गांव में जनजागरण कर रहे हमारे संतगण आज एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प को ही सिद्ध कर रहे हैं.
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा मस्तनाथ मठ द्वारा ब्रह्मलीन महंत श्री चांदनाथ जी योगी के स्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर रोहतक पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि नाथ संप्रदाय भारत की सनातन परंपरा का वाहक है, सनातन धर्म एकं सद् विप्रा बहुधा वदन्ति के बोध वाक्य का सत्य है, उस सत्य तक पहुंचने के लिए हमारे पंथ, उपसना विधि, संप्रदाय, मत अपने आप को समर्पित किये हुए हैं,,, रास्ते अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन मंजिल एक है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिन्हें सनातन पर विश्वास नहीं था वो श्रीराम मंदिर के नाम से ही भागते थे, मगर जिन्हें सनातन धर्म पर विश्वास था उन्हें अपने कर्म पर विश्वास था, जो लोगों के लिए असंभव था आज नये भारत ने उसे संभव बना दिया है, पूरी दुनिया में वर्तमान में संघर्ष चल रहा है, मगर विश्व शांति की गारंटी केवल सनातन धर्म और भारत ही है.
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया में संकट के समय हर देश, हर धर्मावलम्बी और हर पीड़ित भारत की ओर आशा की नजरों से देख रहा है, उसे भरोसा है कि भारत उसकी आस और विश्वास बनेगा, आज का ये समारोह उसी अभियान को मजबूती प्रदान करता है, ये नाथ संप्रदाय के पवित्र संतों की साधना स्थली है, आज बाबा चांदनाथ जी के संकल्पों को महंत बालकनाथ योगी तत्परता और दूरदर्शिता के साथ आगे बढ़ा रहे हैं, जो अभिनंदनीय और सराहनीय है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज भारत में दुनिया की सबसे बड़ी आबादी सभी प्रकार के मौलिक अधिकारों के साथ जी रही है, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक आज भी भारत पूरी मजबूती के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत के रूप में अपने आप को स्थापित कर रहा है, तो उसके पीछे गांव गांव में जनजागरण कर रहे हमारे पूज्य संतजन हैं, जो अपने ईष्ट की अराधना के साथ ही सनातन धर्म की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर देते हैं.