यूपी के आगरा शहर में बंधक बनाकर रखी गई बिहारी की हिन्दू बेटी को बजरंगदल ने पुलिस के साथ मिलकर मुक्त करा लिया है। बिन मां-बाप की बच्ची को आगरा कैंट स्टेशन से अनीस अपने साथ ले गया और रशीद के घर में कैद कर दिया। पड़ोसियों ने हिन्दू संगठन को सूचना देकर जिहादी षडयंत्र नाकाम कर दिया। पुलिस ने साजिश में शामिल मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, हिन्दू संगठनों को नाई की मंडी क्षेत्र से स्थानीय लोगों ने सूचना दी थी कि अंजान लड़की को एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया है और उसके साथ कुछ अनहोनी हो सकती है। बजरंग दल के प्रांत संयोजक दिग्विजय नाथ तिवारी ने मीडिया को बताया कि हिंदू समाज की किशोरी को अनीस और रशीद कुछ दिन पहले ही लेकर आए थे। मकान में कोई महिला नहीं रहती है। सूचना की पुष्टि करने को बजरंग दल की टीम मौके पर भेजी गई तो छानबीन में खबर सही निकली। जिसके बाद पूरे मामले से पुलिस अफसरों को अवगत कराया गया। पता होते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गई।
एसीपी कोतवाली सुकन्या शर्मा ने फोर्स के साथ रशीद के घर छापेमारी कर किशोरी को मुक्त करा लिया। मौके से रशीद और अनीस को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ किशोरी को बंधक बनाकर रखने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पूछताछ में पता चला कि किशोरी के माता-पिता नहीं है। एक रिश्तेदार के साथ छपरा (बिहार) में रहती थी। रिश्तेदार महिला उसे आगरा कैंट स्टेशन पर छोड़ गई थी। स्टेशन पर उसे अनीस मिल गया, जो उसको ट्रेन में बिठाने की कहकर पहले दिल्ली ले गया और वहां होटल में रुका। किशोरी उसके जाल में फंस गई तो उसे फिर आगरा ले आया और रशीद के घर में लाकर रख दिया। दोनों की नियत खराब थी। समय रहते पड़ोसियों ने बजरंगदल पदाधिकारियों को खबर न की होती तो किशोरी के साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती थी। एसीपी ने पत्रकारों को बताया कि बरामद किशोरी को पुलिस ने आशा ज्योति केंद्र भिजवा दिया है। पकड़े गए अनीस और रशीद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।