संभल जिले के चंदौसी तहसील क्षेत्र में सरकारी तालाब की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को प्रशासन ने हटाकर तालाब को अतिक्रमण मुक्त कर दिया। डीएम के आदेश पर चंदौसी नगर पालिका ने कार्रवाई करते हुए तालाब की भूमि पर बनी अवैध मजार को हटाया।
कार्रवाई का कारण और प्रक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रीय सनातन संघ के एक हिंदूवादी नेता द्वारा डीएम को शिकायत दी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सरकारी तालाब की भूमि पर समुदाय विशेष द्वारा अवैध रूप से मजार बनाई गई थी। शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन ने जांच कराई और पाया कि मजार तालाब की भूमि पर अवैध रूप से बनी थी।
इसके बाद तहसीलदार धीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम ने रविवार को अवैध निर्माण को हटा दिया। उन्होंने बताया कि यह सार्वजनिक उपयोग के लिए तालाब की भूमि है और इस पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण स्वीकार्य नहीं है।
तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा
तहसीलदार ने यह भी बताया कि तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर जिला मजिस्ट्रेट को भेजा जाएगा और स्वीकृति मिलने के बाद तालाब के विकास का कार्य शुरू किया जाएगा।
2016 से लंबित था मामला
शिकायतकर्ता हिंदूवादी नेता के अनुसार, 2016 में इस अतिक्रमण की शिकायत की गई थी, लेकिन तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। 2020 में तालाब की भूमि पर नल लगाने का प्रयास किया गया था, जिसे हटवा दिया गया था। हाल ही में फिर से अवैध मजार बना दी गई थी, जहां महिलाएं और बच्चे नियमित रूप से आ रहे थे। इस पर शनिवार को तहसील समाधान दिवस में दोबारा शिकायत की गई, जिसके बाद डीएम ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए।
प्रशासन की सख्ती और कानून व्यवस्था
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर राज्यभर में सरकारी जमीनों पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को हटाने की मुहिम चलाई जा रही है।
यह मामला सरकार की “अतिक्रमण हटाओ” नीति का एक और उदाहरण है, जिसमें सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर उसका उचित उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है।