गाजियाबाद में बीते 11 दिसंबर को युवती के आत्मदाह मामले में चौंकाने वाली वजह सामने आई है। युवती के पिता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि शाहदरा निवासी फराज अतर ने उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म किया। धर्मांतरण कराकर धोखा दे दिया। इससे आहत होकर बेटी ने आत्मदाह कर लिया। पुलिस ने युवक और उसके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
कविनगर थानाक्षेत्र निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग ने बताया कि वह कारोबार करते थे। इससे अर्जित करीब 20 करोड़ रुपये की संपत्ति 30 वर्षीय बेटी के नाम की थी, जिसे हड़पने के लिए फराज ने बेटी को कई साल पहले प्रेमजाल में फंसा लिया। उसने खुद को अविवाहित बताते हुए बेटी को शादी का झांसा दिया था। इसके बाद उसका शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण किया।
फराज ने खुद पर कर्ज होने का हवाला देकर लाखों रुपये हड़प लिए। पीड़ित पिता के मुताबिक, कुछ माह से बेटी का व्यवहार बदल गया था। 14 नवंबर को वह बेटी के कमरे में गए तो उनके होश उड़ गए। बेटी दूसरे धर्म के क्रिया-कलाप कर रही थी। यह देखकर उन्हें ब्रेन अटैक आ गया, जिसके चलते उन्हें दिल्ली के निजी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
आईसीयू में भर्ती होने के दौरान बेटी का हाथ मांगा
बुजुर्ग के मुताबिक, 15 नवंबर को जब वह आईसीयू में भर्ती थे तो फराज बेटी के साथ उन्हें देखने पहुंचा। वहां फराज ने उनसे बेटी का हाथ मांगा। बुजुर्ग का कहना है कि वह मौत के करीब थे। फराज ने इसका फायदा उठाकर शादी के लिए हां करा ली। उसने अपने भाई कासिफ के कहने पर उनसे एक कागज पर हस्ताक्षर भी करा लिए, जिस पर लिखा था कि बेटी की दूसरे समुदाय के युवक से शादी पर कोई आपत्ति नहीं है। फराज ने भाई को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताया था। फराज ने उन्हें बेटी की कसम देकर कहा कि वह किसी परिजन को इस रिश्ते के बारे में न बताएं।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने कहा, ‘शाहदरा निवासी फराज अतर, उसके भाई कासिफ, मां माहे तलत और बहन सना समेत अन्य के खिलाफ धर्मांतरण, दुष्कर्म, आत्महत्या के लिए उकसाने तथा अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।’
धर्मांतरण के लिए ट्यूशन लगाया
बुजुर्ग के मुताबिक, बेटी ने बताया था कि फराज संपत्ति हथियाने और शारीरिक संबंध बनाने के लिए उसके साथ रहा। इस दौरान उसका कई बार गर्भपात भी कराया। फराज ने उसका धर्म परिवर्तन कराने के लिए उसका ट्यूशन लगवा दिया। वह दूसरे धर्म के क्रिया-कलाप और धार्मिक किताबें पढ़ने के लिए मजबूर करता था। बेटी ने बताया था कि फराज ने उसे जबरन दूसरे धर्म के ग्रुपों से भी जुड़वा दिया था। पीड़ित पिता के मुताबिक फराज ने मंकी डस्ट के जरिये उनकी बेटी को नशे का आदी बना दिया था। नशे से बेसुध करने के बाद वह उसके साथ दुष्कर्म करता था।
संपत्ति नाम होने पर ही शादी करने की शर्त रख दी
बुजुर्ग के मुताबिक, 24 नवंबर को फराज ने उन्हें और उनकी बेटी को कौशांबी स्थित एक होटल में बुलाया और भाई कासिफ, मां माहे तलत, बहन सना से मिलवाया। फराज ने होटल का सारा खर्च बेटी से ही दिलवाया। पांच दिसंबर को बेटी ने शादी के दस्तावेज तैयार करा लिए थे, लेकिन फराज तारीख आगे बढ़ाने की जिद करने लगा। दस दिसंबर को बेटी ने उन्हें बताया कि फराज ने संपत्ति नाम करने के बाद ही शादी करने की शर्त रख दी है। इसी बात से आहत होकर उनकी बेटी ने 11 दिसंबर को चंद्रपुरी वाले मकान में खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली।