उत्तर प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही 27 फरवरी यानी मंगलवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी, जिसमें 10 सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ और विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि देश में आम चुनाव से ठीक पहले हो रहे राज्यसभा चुनाव के नतीजों का राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश पर प्रभाव पड़ेगा.
एनडीए विधायकों के लिए ट्रेनिंग सेशन
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए एनडीए के विधायकों की आज ग्यारह बजे से ट्रेनिंग होगी, पार्टी प्रमुख से प्राप्त आदेशों के बाद सभी विधायक लखनऊ रात तक पहुंच गए हैं, सीएम योगी,उप मुख्यमंत्री केशव, ब्रजेश अपना दल (स)आशीष पटेल, संजय निषाद, ओमप्रकाश राजभर, सुरेश खन्ना ट्रेनिंग में हिस्सा लेगे. दस सीटों के लिए कल होने वाले मतदान की तैयारियों के मद्देनज़र आज प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें विधायकों को डमी मतपत्र के माध्यम से मतदान की ट्रेनिंग दी जाएगी. राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के आठ प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि सात अपने दम पर जीत सकते हैं, लेकिन आठवें के लिए अतिरिक्त वोटो की ज़रूरत पड़ेगी, इसके लिए बीजेपी राजा भैया के लगातार संपर्क में हैं. आरएलडी के सभी 9 विधायक राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को वोट करेंगे, पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपने विधायकों को इसके निर्देश दिए हैं, ये पहला मौका होगा जब आरएलडी और बीजेपी के गठबंधन पर मुहर लगेगी, वैसे अभी तक गठबंधन का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है.
समझें सीटों का गणित
कुल 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा क्रमशः 252 विधायकों और 108 विधायकों के साथ दो सबसे बड़े दल हैं. सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीट हैं. भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 13, निषाद पार्टी को छह, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को एक सीट मिली है. फिलहाल विधानसभा में चार सीट खाली हैं.
बीजेपी और सपा के ये हैं उम्मीदवार
भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए सात अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं. सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है.
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के लिए एक उम्मीदवार को लगभग 37 प्रथम वरीयता मतों की आवश्यकता होगी. राज्यसभा चुनाव के बारे में विस्तार से बताते हुए निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने कहा, ‘एक उम्मीदवार को जीत दर्ज करने के लिए 36.37 प्रथम वरीयता वोट की आवश्यकता होगी. वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में 399 विधायक हैं.’
जेल के विधायकों का वोट ऐसे लिया जाएगा
सपा विधायक इरफान सोलंकी एवं रमाकांत यादव और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं. ये विधायक गेट सात से प्रवेश करेंगे, कमरा 80 से मतपत्र लेंगे और वोट डालने के लिए तिलक हॉल जाएंगे. राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान मंगलवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना शाम पांच बजे से शुरू होगी और नतीजे मंगलवार रात को ही घोषित होने की संभावना है.