सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमले में शामिल मुख्य आरोपित अनीस खान को यूपी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। वहीं उसके दो अन्य साथी भी घायल हुए हैं। इस मुठभेड़ में एसओ पूराकलंदर रतन शर्मा व दो अन्य सिपाहियों के घायल होने की भी सूचना है। ये मुठभेड़ थाना पूराकलंदर के छतरिवा पारा कैल मार्ग पर हुई। इसी मामले में थाना इनायत नगर से अनीश खान के दो अन्य साथियों आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू को भी पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
ये अनीस ख़ान है,ट्रेन में महिला कांस्टेबल पर क़ातिलाना हमले का आरोपी,UP पुलिस ने आज सूद ब्याज समेत हिसाब बराबर कर दिया,बताते हैं गिरफ़्तारी के दौरान इसने पुलिस पर गोलियां चलायीं, पुलिस ने गांधीवादी तरीक़े से समझाया, नहीं समझा तो आत्मरक्षार्थ ढेर कर दिया गया, Good Job @Uppolice pic.twitter.com/iS7DzunqPB
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) September 22, 2023
वहीं इस मामले पर जानकारी देते हुए स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया, “सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमला करने वाले मुख्य आरोपित अनीस को थाना पूरा कलंदर पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। उसके दो साथियों को इनायत नगर से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है।”
#WATCH | Lucknow, UP: Prashant Kumar, Special DG Law & Order on the Sarayu express incident at Ayodhya in which a woman constable was found with injuries, says, "After studying all human and technical intelligence we got some useful information. On the basis of this information,… pic.twitter.com/sQJaVzo1S8
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 22, 2023
क्या है पूरा मामला
अयोध्या में सावन मेले के दौरान सरयू एक्सप्रेस में मुख्य महिला आरक्षी पर जानलेवा हमला हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना के दिन अनीस खान ने महिला कांस्टेबल से छेड़खानी की कोशिश की थी। जब कांस्टेबल ने इसका विरोध करते हुए उसे पटक दिया तो अनीस और उसके साथियों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया था। बदमाशों ने ट्रेन की खिड़की से सिर लड़ाकर महिला कांस्टेबल को घायल कर दिया और मनकापुर से पहले ही जब ट्रेन थोड़ी धीमी हुई तो तीनों बदमाश ट्रेन से कूदकर फरार हो गए थे।
30 अगस्त, 2023 की रात को जो घटना घटी, उसने न सिर्फ अयोध्या बल्कि पूरे पुलिस महकमें को हिला कर रख दिया था। क्योंकि मामला महिला पुलिसकर्मी से जुड़ा था और वह भी उत्तर प्रदेश में। इस घटना में अपराधियों ने योगी सरकार के महिला सुरक्षा के दावे पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।
यूपी पुलिस ने किया मुख्य आरोपित अनीस खान को ढेर
इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने शुक्रवार (22 सितम्बर, 2023) को बड़ा एक्शन लिया। यूपी एसटीएफ ने अयोध्या पुलिस के साथ मिलकर एनकाउंटर में मुख्य आरोपित अनीस खान को मार गिराया। वहीं उसके दो साथियों को घायल कर पकड़ लिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, मारे जाने से पहले मुख्य आरोपित अनीस खान ने पुलिस पर गोली चलाने की कोशिश की। जिसका जवाब देते यूपी पुलिस ने गोली चलाई।
यह एनकाउंटर अयोध्या के पूराकलंदर के छतरिवा पारा कैल रोड पर हुई। रिपोर्ट के अनुसार, 30 अगस्त को घटी इस वारदात के बाद से ही, पिछले 23 दिनों से यूपी पुलिस इस मामले की जाँच में जुटी थी। लगातार आरोपितों को पकड़ने की कोशिश की जा रही थी। मनकापुर स्टेशन पर बदमाशों के उतरने की संभावनाओं को देखते हुए एसटीएफ ने घटना की टाइमिंग को लेकर जाँच की तो मनकापुर स्टेशन पर एक साथ तीन मोबाइल स्विच ऑफ होने की जानकारी मिली। यहीं से जाँच तेज हुई और इसी कड़ी में साइंटिफिक सर्विलांस और कॉल ट्रेसिंग के जरिए पुलिस को आरोपितों के बारे में पक्की जानकारी मिली थी। जिस पर बिना समय गवाए पुलिस ने एक्शन लेते हुए मुख्य आरोपित को ढेर कर दिया वहीं उसके दोनों साथी पकड़े गए हैं। दोनों साथियों को भी पैर में गोली लगी है।
क्या हुआ था वारदात की रात
दरअसल, अनीस खान, आजाद और विशंभर को चोर बताया जा रहा है। जो ट्रेनों में चोरी करते हैं। एसटीएफ का कहना है कि 30 अगस्त की रात सरयू एक्सप्रेस में ये तीनों चोरी करने के इरादे से चढ़े थे। अयोध्या स्टेशन आने वाली थी। बोगी खाली हो चुकी थी। तीनों सीट पर बैठकर ब्लू फिल्म देख रहे थे। सामने महिला कान्स्टेबल बैठी हुई थीं। उन्होंने अपराधियों के इरादे भाँपकर अपनी सीट बदली। महिला कान्स्टेबल जैसे ही दूसरी सीट पर गई। पीछे से तीनों भी आ गए। जब अयोध्या स्टेशन पर बचे पैसेंजर भी उतर गए थे। तब बोगी में तीनों के अलावा केवल महिला सिपाही थीं। जैसे ही ट्रेन आगे बढ़ी, तीनों ने महिला सिपाही से बदतमीजी करना शुरू कर दिया।
महिला सिपाही ने भी अपने बचाव में हाथ-पाँव चलाए। इसी दौरान एक बदमाश ने महिला कांस्टेबल के चेहरे पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और महिला सिपाही के सिर को खिड़की से टकरा दिया। महिला कान्स्टेबल के सिर से खून निकल रहा था। चेहरा कट चुका था। इसके बाद भी वह तीनों अपराधियों से लड़ रही थी। तीनों मिलकर भी महिला सिपाही पर हावी नहीं हो पा रहे थे। जिसके बाद तीनों ने एक साथ उसे पकड़ने की कोशिश छोड़कर उसे पीटना शुरू दिया। सिपाही बेसुध हो गई। ट्रेन के फर्श पर गिर पड़ी। तभी तीनों बदमाशों ने उसके कपड़े उतार दिए। इसी बीच मनकापुर स्टेशन आने से पहले ही पकडे जाने के डर से तीनों ट्रेन के धीमी होते ही कूदकर भाग गए।
रात भर सीट के नीचे बेहोश पड़ी रही
भागने से पहले आरोपितों ने बेहोश महिला कांस्टेबल को सीट के नीचे धकेल दिया था। महिला सिपाही बेहोश होने के कारण सीट के नीचे पड़ी रही। वहीं वापसी में रात करीब 3 बजे ट्रेन मनकापुर से प्रयागराज के लिए खुली। उस समय तक महिला सिपाही को होश नहीं आया था। सुबह 3:40 बजे तक ट्रेन अयोध्या स्टेशन पहुँची तो पूरा मामला खुला। महिला सिपाही को लोगों के ट्रेन में चढ़ने के बाद होश आया। वह जब खून से लथपथ ट्रेन से नीचे उतरी तो पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। सभी हैरान रह गए थे। आनन-फानन में महिला सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद जाँच शुरू हुई।