उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन योगी सरकार वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए अपना दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी। इससे पहले, मानसून सत्र के दौरान 1 अगस्त को ₹12,209.92 करोड़ की अनुदान की अनुपूरक मांगों को पारित किया गया था।
इस बजट में राज्य सरकार की ओर से प्रमुख परियोजनाओं और विकास योजनाओं के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान किए जाने की संभावना है। साथ ही, बजट के जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य, शिक्षा, और ग्रामीण विकास समेत अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में फंडिंग को बढ़ावा मिल सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार का यह दूसरा अनुपूरक बजट आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसमें आम जनता के लिए कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की जा सकती है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन, योगी सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। यह बजट लगभग 10 से 15 हजार करोड़ रुपये के बीच होने की संभावना है।
किन क्षेत्रों को मिल सकती है अतिरिक्त धनराशि?
- प्रयागराज महाकुंभ 2025
महाकुंभ की तैयारियों के लिए विशेष फंड आवंटित किया जा सकता है, जिसमें बुनियादी ढांचे के विकास, सफाई, परिवहन और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रावधान होंगे। - परिवहन
सार्वजनिक परिवहन के विस्तार और सड़कों के विकास के लिए बजट आवंटित हो सकता है। - उद्योग
औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और नए निवेश को आकर्षित करने के लिए योजनाओं पर फोकस किया जा सकता है। - सिंचाई और जल संसाधन
किसानों के हित में सिंचाई परियोजनाओं और जल संरक्षण के लिए अतिरिक्त राशि प्रस्तावित हो सकती है। - अन्य योजनाएं
स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास समेत अन्य विभागों के लिए भी अनुपूरक बजट के तहत वित्तीय प्रावधान किए जा सकते हैं।
सीएम योगी बोले- सदन में सार्थक बहस करें
बता दें कि सत्र के पहले दिन विपक्षी दलों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया। सदन में आज भी हंगामा हो सकता है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य, युवाओं, किसानों, महिलाओं, सुरक्षा और विकास के हित में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्षी दलों से अपील की कि वे जनता के मुद्दों पर चर्चा के लिए सदन में तैयार होकर आएं। उन्होंने कहा कि सदन को सार्थक बहस का मंच बनना चाहिए। इसमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा, “यह यूपी के लिए गौरव का क्षण होगा जब दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजन महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच प्रयागराज के संगम पर आयोजित किया जाएगा।