भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तराखंड विधानसभा की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है. राज्य विधानसभा की बदरीनाथ और मंगलौर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव होगा. आयोग के अनुसार 14 जून को इसके लिए अधिसूचना जारी होगी. फिर 21 जून तक नामांकन किया जा सकता है. वहीं 24 जून तक नामांकन पत्रों की जांच होगी. इसके बाद 10 जुलाई को मतदान होगा. वहीं 13 जुलाई को काउंटिंग होगी. आयोग के अनुसार 15 जुलाई 2024 से पहले निर्वाचन की प्रक्रिया संपन्न हो जानी चाहिए. बदरीनाथ सिंह पर राजेंद्र सिंह भंडारी के इस्तीफे और मंगलौर सीट पर सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद यह उपचुनाव कराए जा रहे हैं.
उपचुनाव का ऐलान करते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि आयोग ने उपचुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम और वीवीपैट का इस्तेमाल करने का फैसला किया है. पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट उपलब्ध करा दिए गए हैं और इन मशीनों की मदद से मतदान सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं.
वोट करने के लिए काम आ सकते हैं ये दस्तावेज
मतदाता की पहचान के लिए निर्वाचन फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) मुख्य दस्तावेज होगा. हालांकि, मतदान केंद्र पर नीचे दिए गए पहचान दस्तावेजों में से कोई भी दिखाया जा सकता है: i.आधार कार्ड,
ii.मनरेगा जॉब कार्ड,
iii.बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक,
iv.श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड,
v.ड्राइविंग लाइसेंस,
vi.पैन कार्ड,
vii.एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड,
viii.भारतीय पासपोर्ट, ix.फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज,
x.केंद्र/राज्य सरकार/पीएसयू/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र,
xi.एमपी/एमएलए/एमएलसी को जारी आधिकारिक पहचान पत्र.
xii.विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी) कार्ड, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार
साल 2022 में संपन्न हुए उत्तराखंड विधासनभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी. हालांकि सीएम पुष्कर सिंह धामी अपना चुनाव खटीमा से हार गए थे. बाद में वह चंपावत सीट से चुनाव लड़कर जीते. 2022 के चुनाव में बीजेपी को 44.3 फीसदी वोट मिले थे और 47 सीटें हासिल की थीं. वहीं कांग्रेस को इस चुनाव में 19 सीटें मिलीं थीं और 37.9 फीसदी मत मिले थे.
राजेंद्र सिंह भंडारी, कांग्रेस के विधायक थे. चुनाव से पहले वह इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. सरवत करीम अंसारी बसपा के विधायक थे. बीते साल अक्टूबर में उनका निधन हो गया था