उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अभिनव कुमार ने हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड हाजी अब्दुल मलिक के खिलाफ ईडी जांच की संस्तुति की है। प्रवर्तन निदेशालय इस संस्तुति पत्र को स्वीकार कर जांच शुरू कर सकता है। हल्द्वानी बनभूलपुरा क्षेत्र में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर उसकी बिक्री करने के आरोपी हाजी अब्दुल मलिक, उसके दोनों बेटों और उसके साथी इस वक्त जेल में हैं। इन पर अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम पर जानलेवा हमला, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, पुलिस थाना फूंकने जैसे गंभीर आरोप है।
हिंसा के मास्टर माइंड अब्दुल मलिक और उसके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई हुई है। बनभूलपुरा हिंसा के आरोपी करीब सौ युवक इस वक्त जेल में हैं और उनका मामला हाई कोर्ट में चल रहा है। नैनीताल जिला प्रशासन ने हाजी अब्दुल मलिक की संपत्तियों की जांच ईडी से कराने के लिए उत्तराखंड के डीजीपी को पत्र लिखा था। जिस पर डीजीपी अभिनव कुमार ने प्रवर्तन निदेशालय को अपनी संस्तुति भेज दी है।
डीजीपी अभिनव कुमार के अनुसार संस्तुति पर केंद्रीय जांच एजेंसी क्या निर्णय लेती है, उसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। हमारा पक्ष ये है कि अब्दुल मलिक की देश में कई संपत्तियां हैं, बाहरी पैसों के लेन-देन के प्रमाण हैं।
जानकारी के मुताबिक हाजी अब्दुल मलिक के देश में ही नहीं, विदेश में भी सड़क निर्माण और अन्य निर्माण संबंधी ठेके चलते हैं। भूमि संबंधी मामले भी प्रकाश में आए हैं। पुलिस को उम्मीद है कि यदि ईडी ने जांच की तो अब्दुल मलिक की अकूत संपत्तियां सामने आ सकती हैं, जोकि गैर कानूनी तरीके से एकत्र की गई हैं।