प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड दौरा: मां गंगा की आराधना और विकास का संकल्प
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने मुखबा गांव में मां गंगा की पूजा-अर्चना की और हर्षिल में जनता को संबोधित किया।
PM Modi offers prayers at winter seat of Ganga in Mukhwa
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— ANI Digital (@ani_digital) March 6, 2025
अपने संबोधन में उन्होंने मां गंगा के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि उनके आशीर्वाद से ही उन्हें दशकों तक उत्तराखंड की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ और काशी तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
#WATCH | Uttarakhand: Prime Minister Narendra Modi visits an exhibition of local in Mukhwa, the winter seat of Maa Ganga. CM Pushkar Singh Dhami is also with him.
(Video: ANI/DD) pic.twitter.com/01O5TaPDbf
— ANI (@ANI) March 6, 2025
मां गंगा और बाबा केदारनाथ के प्रति श्रद्धा
➡️ पीएम मोदी ने कहा, “मां गंगा की कृपा से मैं आज उनके मायके मुखबा गांव आया हूं। यह उनका स्नेह है कि मैं उनके इस बच्चे के रूप में यहां खड़ा हूं।”
➡️ उन्होंने बाबा केदारनाथ का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी शक्ति से ही वे यह घोषणा कर सके कि “यह दशक उत्तराखंड का होगा।”
➡️ उन्होंने दोहराया कि “मुझे मां गंगा ने बुलाया है,” और अब उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है जैसे मां गंगा ने उन्हें गोद ले लिया है।
#WATCH | Uttarakhand: While addressing a public rally in Uttarkashi, PM Modi speaks on Mana (Chamoli) avalanche incident, " I express my condolence over the unfortunate incident that happened in Mana a few days back and the people who lost their lives…during this difficult… pic.twitter.com/bVuyIht3lb
— ANI (@ANI) March 6, 2025
उत्तराखंड में पर्यटन और सीमावर्ती गांवों के विकास पर जोर
✅ ‘आखिरी गांव नहीं, प्रथम गांव’ की नई सोच
🔹 पीएम मोदी ने कहा कि पहले सीमावर्ती गांवों को “आखिरी गांव” कहा जाता था, लेकिन उनकी सरकार ने इसे बदलकर “प्रथम गांव” कहा है।
🔹 वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत इन गांवों को फिर से बसाने और उन्हें टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का अभियान चलाया जा रहा है।
🔹 1962 के युद्ध के दौरान खाली कराए गए जादूंग गांव को फिर से बसाने की भी योजना है।
✅ पर्यटन में जबरदस्त वृद्धि
🔹 2014 से पहले उत्तराखंड में हर साल 18 लाख यात्री आते थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 50 लाख हो गई है।
🔹 सरकार 50 नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना बना रही है।
🔹 “घाम तापो पर्यटन”—पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि उत्तराखंड में सर्दियों के दौरान धूप का आनंद लेने को पर्यटन के रूप में प्रमोट किया जा सकता है।
#WATCH | Uttarakhand: While addressing a public rally in Uttarkashi, PM Modi says, "The tourism sector needs to be diversified and we need to make it 'Barahmasi', 365 days. This is very important for Uttarakhand. I want no season to be off-season in Uttarakhand. Even during the… pic.twitter.com/B9vJdtQPal
— ANI (@ANI) March 6, 2025
उत्तराखंड के विकास की नई दिशा
🔹 सीमावर्ती इलाकों में सड़कों, टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार के नए अवसर बनाए जा रहे हैं।
🔹 चारधाम यात्रा और अन्य धार्मिक स्थलों को हाईटेक सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है।
🔹 राष्ट्रीय सुरक्षा और बॉर्डर इलाकों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
#WATCH | Uttarakhand: While addressing a public rally in Uttarkashi, PM Modi says, " If people from other parts of the country and abroad come here during winters, then they will be able to know the actual aura of this 'Devbhoomi'. In winter tourism, the experience of activities… pic.twitter.com/dUg1S1WaA3
— ANI (@ANI) March 6, 2025
पीएम मोदी का यह दौरा उत्तराखंड के विकास और संस्कृति को नई दिशा देने वाला रहा। उन्होंने मां गंगा और बाबा केदारनाथ के प्रति अपनी आस्था दोहराने के साथ-साथ सीमावर्ती गांवों, पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष बल दिया। उत्तराखंड को “आखिरी नहीं, प्रथम गांवों का प्रदेश” बनाने की उनकी सोच राज्य को एक नई ऊंचाई तक ले जाने की ओर संकेत करती है।