उत्तराखंड में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट की सफलता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पूरी ताकत झोंक चुके है। धामी सरकार का लक्ष्य 2.5 लाख करोड़ रुपये निवेश का है। 8 दिसंबर को पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।
पीएम मोदी जब ये कहते हैं कि भारत के पास अब वो क्षमता है जो दुनिया की हर जरूरत को पूरा कर सकता है, ऐसे में हम उत्तराखंड के लोग अपने आप को ऐसा वातावरण देने के लिए तैयार करते है।
सीएम धामी का कहना है कि भारत की विश्व स्तरीय कंपनियां पहले से ही उत्तराखंड में मौजूद हैं, यहां टाटा, बिड़ला, हीरो, अशोक लीलैंड, महिंद्रा आदि कंपनियां अपने उत्कृष्ट उत्पाद तैयार कर रही हैं। यहां जीवन रक्षक दवाएं, टीके और हार्ड वाल्व बनाए जा रहे हैं। पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, हमदर्द जैसी कई आयुर्वेदिक कंपनियां हिमालयी जड़ी-बूटियों से अपने उत्पाद बना रही हैं।
पुष्कर सिंह धामी कहते हैं कि पहले यहां छह महीने पर्यटन होता था और अब पूरे साल तीर्थ पर्यटन होने लगा है। ऑल वेदर रोड बन गई है, बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी और बेहतरीन रेल व्यवस्था के कारण एनसीआर से उत्तराखंड की दूरी महज तीन घंटे हो गई है। तीर्थ पर्यटन के कारोबार में अभूतपूर्व उछाल आया है, होम स्टे बन रहे हैं और बड़े-बड़े होटल भी बनने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री का कहना है कि जल ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बिजली क्षेत्र में ग्रीन एनर्जी में बड़ा निवेश होने वाला है, जलाशयों और झीलों में क्रूज, हाउस बोट, एडवेंचर टूरिज्म की संभावना देख रहे हैं।
हमने सिंगल विंडो सिस्टम से निवेशकों को एक तय समय में सभी परमिशन दिए जाने की व्यवस्था की है। मैं खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहा हूं। सीएम पुष्कर सिंह धामी बताते हैं कि उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का उद्घाटन करने खुद प्रधानमंत्री आने वाले हैं। 8 दिसंबर को उनके आगमन से निवेशकों में उत्साह और विश्वास बन जाता है। सभी जानते हैं कि पीएम मोदी का उत्तराखंड से आध्यात्मिक लगाव है, ये उन्हीं का नतीजा है कि आज उत्तराखंड में एक लाख करोड़ से ज्यादा की केंद्रीय योजनाएं चल रही हैं। उत्तराखंड विकास की नई राह पर चल रहा है।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि हमने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के लिए देश-विदेश में रोड शो किए। उत्तराखंड में निवेश को लेकर कारोबारियों में काफी उत्साह है। हमने उनसे नीतिगत सुझाव भी लिए हैं और अपने नियमों को भी सरल बनाया है। हमें दुबई, अबू धाबी, लंदन से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
सीएम धामी का कहना है कि G20 की तीन बैठकों से हमें सीधा लाभ मिला, हमारी वैश्विक पहचान बनी कि उत्तराखंड में भी वो क्षमता है जिसकी बात हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी करते हैं, हम उनके साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्हीं की प्रेरणा से हम आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी हमारे पास एमआईयू हैं और देखते हैं कि अगले पांच वर्षों में हम शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में कितना बढ़ जाएंगे। सीएम धामी पूरे विश्वास के साथ कहते हैं कि जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ेगा, उत्तराखंड भी आगे बढ़ेगा और हम अपनी युवा पीढ़ी को स्वरोजगार के लिए नए स्टार्ट-अप के माध्यम से रोजगार के नए अवसर प्रदान करने जा रहे हैं।