प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी को उत्तराखंड दौरे पर आ सकते हैं। इस यात्रा के दौरान वे बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम की निर्माणाधीन योजनाओं के विस्तार के साथ-साथ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के विकास कार्यों का भी शिलान्यास कर सकते हैं।
प्रमुख कार्यक्रम और संभावित घोषणाएं:
✅ हर्षिल घाटी दौरा और रात्रि प्रवास: पीएम मोदी का हर्षिल घाटी में एक रात रुकने का कार्यक्रम तय किया जा रहा है।
✅ जादूंग-जनकताल और नीलापानी-मुलिंगना पास ट्रेक का शिलान्यास:
- जादूंग घाटी में विश्व का दूसरा सबसे ऊँचा ट्रेक जनकताल और नीलापानी घाटी में मुलिंगना पास का शुभारंभ संभव।
- 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद बंद हुई जादूंग और नेलांग घाटी में पर्यटन को फिर से बढ़ावा मिलेगा।
✅ नेलांग-जादूंग को ‘वाइब्रेंट विलेज योजना’ में शामिल करने की संभावना: - चीन सीमा से सटे इस क्षेत्र को लद्दाख की तर्ज पर विकसित करने की योजना।
- पर्यटन और स्थानीय पुनर्वास को बढ़ावा देने के लिए नेलांग और जादूंग गांवों को फिर से बसाने की पहल।
चारधाम यात्रा को शीतकालीन धार्मिक पर्यटन से जोड़ने की योजना
उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा के शीतकालीन विकल्पों को विकसित करने पर काम कर रही है। चारधाम के कपाट बंद होने के बाद भी तीर्थयात्रियों को शीतकाल में डोली यात्रा और अन्य धार्मिक स्थलों पर दर्शन का अवसर मिले, इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। पीएम मोदी इस योजना को और अधिक समर्थन दे सकते हैं।
महत्व और प्रभाव:
📌 सीमा क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
📌 नेलांग-जादूंग घाटी फिर से खुलेगी, जो रणनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
📌 उत्तराखंड के पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेगीं, जिससे राज्य में साहसिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी की इस यात्रा से उत्तराखंड में पर्यटन और सीमावर्ती गांवों के पुनर्विकास को एक नई दिशा मिलने की संभावना है।