सिख धर्म के प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा 25 मई 2025 से विधिवत शुरू होने जा रही है। यात्रा मार्ग पर प्रशासनिक और धार्मिक संस्थाएं मिलकर तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटी हैं।
मार्ग की स्थिति और सेना की भूमिका:
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गोविंदघाट से हेमकुंड तक लगभग 21 किमी लंबी पैदल यात्रा में अंतिम 6 किमी पर अब भी बर्फ जमी हुई है।
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इस दुर्गम हिस्से से बर्फ हटाने का कार्य भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट द्वारा किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो।
इन्फ्रास्ट्रक्चर अपडेट:
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गोविंदघाट में वैली ब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यह पुल पिछले महीने क्षतिग्रस्त हो गया था।
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बिजली, पानी, शौचालय और चिकित्सा सेवाओं के इंतज़ाम युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं।
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जिलाधिकारी संदीप तिवारी स्वयं यात्रा मार्ग की निगरानी कर रहे हैं।
गुरुद्वारा ट्रस्ट की व्यवस्थाएँ:
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गोविंदघाट, घांघरिया और हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा लंगर, आवास और स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियाँ लगभग पूर्ण हो चुकी हैं।
श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू:
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ऋषिकेश स्थित श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे में श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए हैं।
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22 मई को पहला जत्था गोविंदघाट के लिए रवाना होने की संभावना है।
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सेवक और स्वयंसेवी भी गोविंदघाट में पहुँच चुके हैं, जो यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सेवा करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए विशेष निर्देश:
“श्री हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए व्यवस्थाओं में कोई कमी न रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।”