स्वतंत्रता दिवस मंगलवार को आफत की बारिश से थोड़ी राहत मिली है। अब तक अतिवृष्टि से 62 की मौत हुई है। 41 लोग घायल हुए हैं और 24 लापता हैं। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश भर में 19 अगस्त तक के लिए गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी से भारी वर्षा को लेकर चेतावनी जारी की गई है। चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी और आपदा विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। देहरादून सहित प्रदेश भर में मंगलवार सुबह से से लेकर दोपहर तक मौसम खुला रहा। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही आफत की बारिश से राहत मिलने से स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में ख़लल नहीं पड़ा। बच्चों से लेकर बड़ों तक स्वतंत्रता दिवस की रंग में रंगे दिखे। आसमान में आंशिक बादल छाए हुए हैं। सूर्यदेव का लुकाछिपी का खेल जारी है। इससे मौसम में उमस का भी प्रभाव बना हुआ है।
प्रदेशभर में 15 जून से लेकर अब तक अतिवृष्टि से 62 लोगों की मौत हुई है और 41 लोग घायल हुए हैं। मारने वाले में सबसे अधिक रुद्रप्रयाग जिले में 17 है, उत्तरकाशी में 08, उधम सिंह नगर में 07, देहरादून, हरिद्वार, टिहरी में 05-05, चमोली में 04, नैनीताल पौड़ी और पिथौरागढ़ में 03-03 की मौत हुई है।
रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड हादसे में 16, चमोली में 3 और पौड़ी के झाखणीखाल के नाइटलाइफ पैराडाइज कैंप सहित अन्य 5 लोग लगाता हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में 19 अगस्त तक के लिए राज्य भर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कहीं कहीं भारी से भारी बारिश के अति तीव्र से तीव्र दौर के शुरू होने की संभावना है।
उत्तराखंड में 4 राष्ट्रीय राजमार्ग और पिथौरागढ़ जिले में 3 बार्डर मार्ग के अलावा राज्य भर में 9 राज्य मार्ग सहित लगभग 267 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं। पौड़ी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग- पौडी-कोटद्वार- दुग्गड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-119) आमसौड़ के पास और उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-94) हनुमानचट्टी के पास मलबा या भूस्खलन आया है। टिहरी जिले में में ऋषिकेश देवप्रयाग-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 07 (एनएच-58) गुलर के समीप भूस्खलन व चमोली जिले में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) बेनाकुली, पागलनाला, गुलाबकोटी, पाखी, गडोरा पीपलकोटी, छिनका, बाजपुर, नन्दप्रयाग, मायापुर में मार्ग अवरुद्ध है। सभी बंद मार्गों को संबंधित विभाग की ओर से खोलने का कार्रवाई जारी है।