राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी का पिथौरागढ़ जनपद में 16 से 19 नवंबर तक चार दिन का प्रवास कार्यक्रम होने जा रहा है। इस दौरान, डॉ. भागवत विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और संघ के प्रचारकों के साथ संवाद बैठकें करेंगे।
संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख श्री संजय ने जानकारी दी कि 17 नवंबर को डॉ. भागवत पिथौरागढ़ जिले के मुआनि में स्थित शेर सिंह कार्की विद्यालय भवन का लोकार्पण करेंगे। इस सार्वजनिक कार्यक्रम में डॉ. भागवत अपने संबोधन में “वर्तमान की शाखा मिलन व मंडली संघ कार्य के विस्तार” पर चर्चा करेंगे। साथ ही, वे पंच परिवर्तन के विषय में भी विस्तार से चर्चा करेंगे, जो संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर महत्वपूर्ण है।
यह प्रवास कार्यक्रम संघ के कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनमानस के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिसमें वे संघ के उद्देश्यों और कार्यों को लेकर अपनी समझ और दृष्टिकोण को साझा करेंगे।
सर संघचालक डॉ.मोहन भागवत जी शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन की भी विस्तार से चर्चा करेंगे।
1- स्वदेशी
2- सामाजिक समरसता
3- कुटुंब प्रबोधन
4- नागरिक कर्तव्य
5- पर्यावरण एवं जल संरक्षण
उत्तराखंड की दृष्टि से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विषय में कुछ जानकारियां
वर्तमान में शाखा 1435
मिलन 357
मंडली 211
उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में डॉ. मोहन भागवत जी के आगमन से पहले, संघ के द्वितीय सर संघचालक श्री गुरु जी और तृतीय सर संघचालक बाला साहब देवरस जी भी इस जिले में आ चुके हैं।
श्री गुरु जी का आगमन मायावती आश्रम में हुआ था, जबकि बाला साहब देवरस जी का आगमन पिथौरागढ़ में हुआ था। ये दोनों ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम संघ की कार्यवृद्धि और उसकी सांगठनिक ताकत को दर्शाते हैं, विशेष रूप से सीमांत क्षेत्रों में संघ के प्रभाव और कार्यों को लेकर।
अब, डॉ. मोहन भागवत जी का पिथौरागढ़ में कार्यक्रम संघ की परंपरा को आगे बढ़ाने और संघ कार्यकर्ताओं के साथ सीधे संवाद का अवसर प्रदान करेगा। यह उनके यात्रा के संदर्भ में पिथौरागढ़ का तीसरा महत्वपूर्ण आगमन है।