केदारनाथ धाम के साथ साथ श्री बद्रीनाथ धाम में भी तीर्थ यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान पर काम तेज कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि बद्रीनाथ नगरी में स्थल विकास के काम भी यात्रा सीजन के समय ही करवाने पड़ते है। धाम के कपाट बंद हो जाने की दशा में वहां मौसम भी साथ नहीं देता, कड़ाके की ठंड और बर्फबारी की वजह से विकास कार्यों की गति में रुकावट आती रही है।
पूरे बद्रीनाथ नगरी को ए क्लास शहर में परिवर्तित करने की योजना पर काम चल रहा है, जल निकासी, सीवर सिस्टम, विद्युत लाइनों, आवास और बाजार योजनाओं को शुरू करते हुए शहर में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की गई है। श्रद्धालुओ के मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ते चौड़े किए जा रहे है। कार पार्किंग की ने सिरे से व्यवस्था की जा रही है। अगले दो साल में बद्रीनाथ धाम नगरी का रूप रंग बिल्कुल बदल जाएगा।
उत्तराखंड सरकार आने वाले पचास सालों के लिए श्रद्धालुओ की संख्या पर फोकस करते हुए दीर्घकालीन योजना पर काम कर रही है। सीएम पुष्कर धामी ने बताया है श्री बद्रीनाथ मंदिर में सुविधाओं के उन्नयन के लिए ₹424 करोड़ का मास्टर प्लान तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत विकास कार्य तेजी से पूरे कराए जा रहे है।उन्होंने बताया कि हमारी सरकार इकोलॉजी और इकोनॉमी के बेहतर समन्वय के साथ देवभूमि के तीर्थस्थलों को विकसित करने हेतु प्रतिबद्ध है।