प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में 15,400 करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने छह नई मेट्रो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके तहत कोलकाता में हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच अंडर वाटर मेट्रो ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई गई। इसी के साथ भारत में नदी के नीचे पहली सुरंग भी यातायात के लिए खुल जाएगी। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी कोलकाता में भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल में सवार हुए और छात्रों के साथ संवाद किया।
PM Shri @narendramodi inaugurates, dedicates & lays foundation stone of projects in Kolkata, West Bengal. https://t.co/hnB7UjSikB
— BJP (@BJP4India) March 6, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में 15,400 करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
#WATCH | West Bengal: Prime Minister Narendra Modi travels with school students in India's first underwater metro train in Kolkata. pic.twitter.com/95s42MNWUS
— ANI (@ANI) March 6, 2024
इन मेट्रो सेवाओं को दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कवि सुभाष मेट्रो, माझेरहाट मेट्रो, कोच्चि मेट्रो, आगरा मेट्रो, मेरठ-आरआरटीएस सेक्शन, पुणे मेट्रो, एस्प्लेनेड मेट्रो-कोलकाता से मेट्रो रेलवे सेवाओं को हरी झंडी दिखाई।
#WATCH | West Bengal: Prime Minister Narendra Modi interacts with school students as they travel in India's first underwater metro train, in Kolkata. pic.twitter.com/lQye0OnuqP
— ANI (@ANI) March 6, 2024
इसकी खासियत भी जान लीजिए
- हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच सुरंग की कुल लंबाई 4.8 किलोमीटर है।
- इसमें 1.2 किमी सुरंग हुगली नदी में 30 मीटर नीचे है, जो इसे किसी भी बड़ी नदी के नीचे देश की पहली परिवहन सुरंग बनाती है।
- इसके अलावा हुगली नदी के नीचे स्थापित हावड़ा मेट्रो स्टेशन, देश का सबसे गहराई में स्थित स्टेशन भी होगा।
- यह सुरंग ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना का एक हिस्सा है।
- कॉरिडोर में वर्तमान में साल्ट लेक सेक्टर पांच से सियालदह तक का हिस्सा व्यावसायिक रूप से परिचालन में है।
कॉरिडोर की पहचान 1971 में की गई थी
मेट्रो रेल के मुताबिक, इस कॉरिडोर की पहचान 1971 में शहर के मास्टर प्लान में की गई थी। मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि हावड़ा और कोलकाता पश्चिम बंगाल के दो सदियों पुराने ऐतिहासिक शहर हैं और यह सुरंग हुगली नदी के नीचे से इन दोनों शहरों को जोड़ेगी।