संदेशखाली हिंसा मामले के मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूत्रों ने ये जानकारी दी और बताया कि शाहजहां शेख को आधी रात में उत्तरी 24 परगना जिले में बंगाल की एक विशेष पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है. वह 55 दिनों से फरार था. अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले टीम कई दिनों से शाहजहां शेख की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. वहीं अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
Sheikh Shahjahan will be produced before the Basirhat Court at 2 pm today: SDPO of Minakhan, Aminul Islam Khan https://t.co/fJI8SD7acY
— ANI (@ANI) February 29, 2024
संदेशखाली में शाहजहां के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि संदेशखाली में शाहजहां शेख के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। महिलाएं उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही हैं। महिलाओं ने शाहजहां पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शाहजहां की गिरफ्तारी कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस द्वारा उसे संदेशखाली मामले में जोड़ने के आदेश के तीन दिन बाद हुई है। चीफ जस्टिस ने मामले में नोटिस जारी करने का आदेश दिया और कहा कि उसे गिरफ्तार न करने का कोई कारण नहीं है। इस मामले में सार्वजनिक नोटिस दिया जाएगा। इससे पहले, ईडी ने 23 फरवरी को जमीन कब्जा करने के मामले में बंगाल में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें शाहजहां और उसके करीबी सहयोगियों के आवास भी शामिल थे।
#WATCH | Sandeshkhali, West Bengal | Local women approach Police officials to file complaint against TMC leader Sheikh Shahjahan. pic.twitter.com/Pd2BCoMTcv
— ANI (@ANI) February 28, 2024
‘केंद्र और एजेंसियों को सुवेंदु अधिकारी बताएं शेख शाहजहां का ठिकाना’
इससे पहले, 29 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुणाल घोष ने नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को सुझाव देते हुए कहा था कि उन्हें शाहजहां के ठिकाने के बारे में केंद्र और जांच एजेंसियों को बताना चाहिए। घोष ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी और बीजेपी मीडिया को शेख शाहजहां का ठिकाना बता रहे हैं। मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे यह सब ईडी और सीबीआई को बताएं, वे उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।
‘पुलिस के हाथ बंधे हुए थे’
टीएमसी प्रवक्ता घोष ने कहा था कि पहले कलकत्ता हाईकोर्ट के स्थगन आदेश के कारण पुलिस शाहजहां के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती थी, लेकिन अब न्यायालय ने उन्हें इसकी इजाजत दे दी है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने कहा था कि शेख शाहजहां के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार सीबीआई और ईडी को है, हम भी यही कह रहे थे। कोर्ट ने राज्य पुलिस को कोई भी कार्रवाई करने से रोक दिया था। अब कोर्ट ने अनुमति दे दी है।
घोष ने कहा कि राज्य पुलिस के हाथ बंधे हुए थे।
5 जनवरी से फरार था शाहजहां शेख
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में पांच जनवरी को लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर उस वक्त हमला कर दिया था. जब वे राज्य में कथित राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में शेख के परिसर पर छापेमारी के लिए गये थे. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के बाद से शाहजहां शेख फरार था. शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली इलाके के लोग ने हिंसक विरोध प्रदर्शन भी किया था.
शाहजहां शेख पर हैं ये आरोप
2024: महिलाओं के यौन शोषण का आरोपी
2024: ज़मीन क़ब्ज़ाने के मामले में आरोपी
2024: ED अफ़सरों से मारपीट का आरोपी
2022: राशन घोटाले में ED का केस
2022: ज़मीन क़ब्ज़ाने में मनी लॉन्ड्रिंग केस
2019: 3 BJP कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोपी
बिजली विभाग के कर्मचारियों से मारपीट का भी आरोप
बीजेपी ने टीएमसी पर लगाए थे गंभीर आरोप
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कल दावा किया था कि शाहजहां शेख कल रात से राज्य पुलिस की ‘सुरक्षित हिरासत’ में हैं. जबकि सत्तारूढ़ टीएमसी ने शुभेंदु के दावे को ‘निराधार’ व ‘कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास’ करार देते हुए खारिज किया था और कह था पुलिस शेख को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.
वहीं कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को निर्देश दिया था कि संदेशखाली में महिलाओं पर यौन अत्याचार और जमीन हड़पने के मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस के अलावा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी गिरफ्तार कर सकती है. राज्य महाधिवक्ता की अर्जी पर अदालत ने 26 फरवरी को जारी अपने आदेश को स्पष्ट किया, जिसमें पुलिस को शेख की गिरफ्तारी का आदेश दिया गया था.
शेख का मज़दूर से संदेशखाली के ‘भाई’ तक का सफ़र
शाहजहां शेख के चाचा मोस्लेम शेख़ CPM के नेता रहे हैं. शाहजहां शेख ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत CPM के साथ ही की थी. साल 2011 में CPM के सत्ता से बाहर होने के बाद शाहजहां ने पार्टी बदल ली थी. साल 2013 में ये टीएमसी में शामिल हो गए थे. साल 2018 में ये अगरहाटी ग्राम पंचायत के डिप्टी हेड बने थे.
साल 2023 में पंचायत चुनाव के लिए दायर की गए हलफ़नामा के अनुसार इनके पास 17 गाड़ियां, 14 एकड़ ज़मीन है और इनकी सालाना कमाई 20 लाख रुपये है.
बेहद ही कम लोग जानते हैं कि शाहजहां शेख ने साल 2000 तक कंडक्टर, सब्जी विक्रेता, ड्राइवर के तौर पर भी काम किया था. अपने चाचा की देखरेख में मछली कारोबारी भी शुरू किया था.