लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में टीएमसी को झटका लगा है. तमलुक से टीएमसी के सांसद और बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई दिब्येंदु अधिकारी और सांसद अर्जुन सिंह शुक्रवार को बीजेपी में शामिल हो गये. दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में टीएमसी नेताओं ने बीजेपी के नेता अमिल मालवीय की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए. इस अवसर पर अमित मालवीय ने बीजेपी की विचारधारा में विश्वास रखने वालों को पार्टी में शामिल होने का आह्वान किया.
#WATCH दिल्ली: TMC सांसद अर्जुन सिंह और दिब्येंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हुए।
दिब्येंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के भाई हैं। pic.twitter.com/yznUk3iEyd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2024
पिछले कुछ दिनों से अर्जुन सिंह को लेकर अटकलें चल रही थी. गुरुवार को उन्होंने खुद ही ऐलान किया था कि वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. बैरकपुर से टिकट नहीं मिलने से नाराज अर्जुन सिंह ने ममता बनर्जी से बगावत कर दी है और वह फिर से बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इस अवसर पर दिब्येंदु अधिकारी ने पार्टी के नेताओं को आभार जताया.
बंगाल में कानून का शासन नहीं
उन्होंने कहा कि बंगाली मां दुर्गा और मां काली की पूजा करते हैं. संदेशखाली में महिलाओं के साथ जो अत्याचार हुआ है. उसकी निंदा की कोई भाषा नहीं है. संदेशखाली अभी बंगाल का मुद्दा नहीं है. यह पूरे देश के मुद्दा है. भाजपा ही सबसे पहले पीड़ित महिलाओं के पास पहुंची है और पीड़ितों को मदद की है, लेकिन बंगाल की सीएम एक महिला होने के बावजूद संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं को कोई मदद नहीं की है.
उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून का शासन नहीं है. सुप्रीम कोर्ट से लेकर मानवाधिकार आयोग ने कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जता चुके हैं. उनलोगों का लक्ष्य पार्टी को आगे ले जाना है और 400 पार का टारगेेट हासिल करने के लिए हर कोशिश करेंगे.
कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए बीजेपी से बनाई थी दूरीः अर्जुन सिंह
सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि साल 2021 में सांसद बना था और जिस तरह से बंगाल में गुंडागर्दी और अत्याचार हो रहा था. 50 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई है. चुनाव के बाद हिंसा उनके क्षेत्र में सबसे ज्यादा हुई. अपने पर अत्याचार झेल रहा था, लेकिन कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए थोड़ा समय के लिए पार्टी से दूरी बनानी पड़ी. कार्यकर्ताओं की जिस तरह से हत्या हो रही थी और मारे जा रहे थे. इस कारण उन्होंने पार्टी से दूरी बनाई थी.
अर्जुन सिंह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार को कोई मतलब नहीं है कि वह सिर्फ पुलिस और गुंडों के बल पर अत्याचार कर शासन में बना रहना चाहती है. इसका ताजा नमूना संदेशखाली में देखा है. एक संदेशखाली नहीं, कई विधानसभा में संदेशखाली की तरह लोग जी रहे हैं. मां-बहनों पर अत्याचार हो रहा है और कोई शिकायत नहीं लिखी जाती है. ऐसा अत्याचार शायद दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलता है.