मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए 7 नवंबर को राज्य में 80.66% वोटिंग हुई थी। आज 4 दिसंबर मतगणना का दिन है। यहाँ किसी भी पार्टी को बहुमत पाने के लिए 21 सीटें जीतनी होंगीं।
पहले यहाँ अन्य प्रदेशों की तरह रविवार (3 दिसंबर 2023) को ही मतगणना होनी थी, हालाँकि स्थानीय लोगों की माँग के बाद चुनाव आयोग ने यह तारीख बदलकर 4 दिसंबर कर दी।
1984 के बाद से नॉर्थ ईस्ट के राज्य में प्रमुख रूप से (22 अक्टूबर 1961 को अस्तित्व में आई) मिजो नेशनल फ्रंट और कॉन्ग्रेस पार्टी चुनावों में आमने-सामने रही थी। लेकिन 2017 में पूर्व आईपीएस लालदुहोमा के नेतृत्व में बनी नई राजनीतिक पार्टी इन्हें टक्कर देने अस्तित्व में आई। पार्टी का नाम ‘जोरम पिपुल्स मूवमेंट’ है।
इन तीनों पार्टियों ने 40 सीटों पर अपने सारे-सारे उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं भाजपा ने मिजोरम में 23 सीटों पर, आम आदमी पार्टी ने 4 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को खड़ा किया है। इनके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार भी खड़े हुए हैं। कुल 174 उम्मीदवार इस बार मिजोरम में चुनाव लड़ रहे हैं।
शुरुआती रुझानों में एमएनएफ ने अपनी बढ़त तो बनाई थी लेकिन जेडपीएम पार्टी ने मतगणना शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही उन्हें अच्छी खासी सीटों के फासले से पीछे कर दिया।
खबर लिखने तक MNF जहाँ रुझानों में 8 सीट पाई है वहीं ZPM को 28 सीट मिली है। कॉन्ग्रेस इस रेस में 1 सीटों पाई है जबकि भाजपा को तीन सीटें लेते दिखाया गया है।
एक्जिट पोल्स की बात करें तो मिजोरम में इस बार जेडपीएम को ही उभरती पार्टी दिखाया गया था। उसके अध्यक्ष लालदुहोमा भी अपनी पार्टी की जीत को लेकर बेहद आश्वस्त थे।
उन्होंने दावा किया हुआ है कि मिजोरम में इस बार उनकी सरकार बनने से कोई भी दल नहीं रोक सकता। कॉन्ग्रेस से गठबंधन के लिए वो बिलकुल साफ मना कर चुके हैं। पिछले साल इसी पार्टी को चुनावों में मात्र 8 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
गौरतलब है कि मिजोरम के अलावा इस बार चार और राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना। इन राज्यों में वोट की काउंटिंग 3 दिसंबर को हुई।
2023 के विधानसभा चुनाव के नतीजे-
मध्यप्रदेश की 230 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने 163 सीट पाकर बहुमत हासिल किया, जबकि कॉन्ग्रेस को 66 सीट आई और अन्य को 1।
- राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने 115 सीटें जीतीं, कॉन्ग्रेस को 69 सीट मिली, बसपा के हिस्से 2 आईं और अन्य को 13 सीट मिली।
- इसी तरह छत्तीसगढ़ में 90 सीट में से 54 सीट बीजेपी ने अपने नाम की जबकि कॉन्ग्रेस को 35 पर संतुष्ट होना पड़ा। अन्य के खाते में 1 आई।
- तेलंगाना में कॉन्ग्रेस ने बाजी मारी। 119 सीट में 64 जीतकर उन्होंने बीआरएस को सत्ता से हटा दिया। भाजपा ने भी पिछले सालों के मुकाबले यहाँ बढ़त बनाते हुए 8 सीटें हासिल की।