इजरायल और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुँच गया है, जहां अब यह टकराव सीधे सैन्य हमलों और तीखी राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के स्तर तक पहुंच चुका है। हाल ही में ईरान ने इजरायल के दक्षिणी शहर बेर्शेबा में स्थित सोरोका अस्पताल और तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज को निशाना बनाते हुए घातक मिसाइल हमले किए, जिससे इजरायल में भारी बौखलाहट देखी गई है। इन हमलों के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का बड़ा बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने अपने देशवासियों से दुश्मन के सामने झुकने के बजाय साहस और दृढ़ता बनाए रखने की अपील की। खामेनेई ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर कहा, “यदि दुश्मन को यह आभास हो जाए कि आप उनसे डरते हैं, तो वे आपको कभी नहीं छोड़ेंगे। अब तक आपने जैसा साहस दिखाया है, उसे कायम रखें। हिम्मत और मजबूती के साथ अपने रुख पर अडिग रहें।”
इस बयान के साथ उन्होंने यह स्पष्ट संकेत दिया कि अमेरिका और इजरायल के खतरों के बावजूद ईरान किसी भी कीमत पर सरेंडर नहीं करेगा। उन्होंने कुरान का हवाला देते हुए लिखा, “…और जीत केवल अल्लाह की ओर से आती है। वह सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ है।” इसके जरिए खामेनेई ने ईरानी जनता को धार्मिक और भावनात्मक रूप से भी संगठित करने का प्रयास किया है। उनका संदेश यह बताने का प्रयास है कि ईरान न्याय, सत्य और आत्मरक्षा के मार्ग पर है, और उनकी लड़ाई सिर्फ भू-राजनीतिक नहीं बल्कि आस्था और अस्तित्व की लड़ाई है।
I would like to tell our dear nation that if the enemy senses that you fear them, they won’t let go of you. Continue the very behavior that you have had up to this day; continue this behavior with strength.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 19, 2025
वहीं, इजरायल ने ईरान के इन हमलों को युद्ध की खुली घोषणा मानते हुए बेहद सख्त प्रतिक्रिया दी है। इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट और इजरायल काट्ज ने स्पष्ट कहा कि ईरान ने अस्पताल को निशाना बनाकर युद्ध के सभी नियमों का उल्लंघन किया है, और इस कार्रवाई के पीछे सीधे तौर पर अयातुल्ला खामेनेई जिम्मेदार हैं। काट्ज ने मीडिया को दिए बयान में कहा, “एक ऐसा तानाशाह जो इजरायल के अस्तित्व को मिटाना अपना मिशन मानता है, अब इस दुनिया में और अस्तित्व में नहीं रह सकता।” उन्होंने यह भी बताया कि IDF (इजरायली डिफेंस फोर्स) को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं और अब खामेनेई को खत्म करना इजरायल का लक्ष्य बन चुका है।
इन घटनाओं ने मध्य पूर्व में पहले से ही जटिल भू-राजनीतिक हालात को और अधिक विस्फोटक बना दिया है। ईरान द्वारा इजरायल पर दर्जनों मिसाइलें दागे जाने की खबर के बाद, वैश्विक शक्तियाँ जैसे अमेरिका, रूस, चीन और यूरोपीय यूनियन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। अस्पताल जैसे मानवीय प्रतिष्ठान को निशाना बनाया जाना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है, और इससे ईरान के खिलाफ वैश्विक दबाव और कार्रवाई की मांग तेज हो सकती है।
"And victory comes only from Allah, the Almighty, the All-Wise" (Quran 3:126). And Almighty God will certainly, definitely grant victory to the Iranian nation, to the truth, and to the side that is in the right, God willing.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 19, 2025
फिलहाल, दोनों देशों के बीच जारी इस तीखे टकराव के जल्द थमने के आसार नहीं हैं। एक ओर ईरान आस्था और स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने की बात कर रहा है, तो दूसरी ओर इजरायल अब खामेनेई को निशाना बनाकर प्रतिशोध की तैयारी में जुट गया है। यह टकराव न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बनता जा रहा है, बल्कि वैश्विक स्थिरता को भी चुनौती देने लगा है।
हमारी यूट्यूब चैनल को लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करे
Like, Share and Subscribe our YouTube channel