यूक्रेन की मुश्किलें बढ़ीं: अमेरिका ने सैन्य मदद पर लगाई रोक
रूस से पिछले तीन वर्षों से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के अड़ियल रवैये के चलते उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर अस्थायी रोक लगा दी है। यह फैसला यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बढ़ते विवादों के कारण लिया गया है।
अमेरिका ने रोकी सैन्य मदद
- व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन को सैन्य सहायता अस्थायी रूप से रोक दी गई है।
- फॉक्स न्यूज के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प शांति बहाली के पक्षधर हैं और इसीलिए सभी सहयोगी देशों से युद्ध विराम का समर्थन करने की अपील कर रहे हैं।
- फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका ने यूक्रेन को 175 बिलियन डॉलर (₹15 लाख करोड़ से अधिक) के सैन्य उपकरण दिए, जिनमें मिसाइल, टैंक, तोपें, गोला-बारूद और बख्तरबंद गाड़ियां शामिल हैं।
- 90% से अधिक सहायता पहले ही दी जा चुकी थी, लेकिन अब शेष सहायता पर रोक लगा दी गई है।
ट्रम्प-जेलेंस्की विवाद बना मदद रोकने का कारण
- 28 फरवरी 2025 को व्हाइट हाउस में ट्रम्प और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई।
- बैठक के दौरान उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने आरोप लगाया कि जेलेंस्की युद्ध को एक प्रोपेगेंडा की तरह पेश कर रहे हैं।
- जेलेंस्की ने जवाब दिया कि रूस भविष्य में अमेरिका पर भी हमला कर सकता है।
- ट्रम्प ने जेलेंस्की को लताड़ते हुए कहा कि वह किसी भी शांति समझौते के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि उन्हें रूस से घृणा है।
- ट्रम्प ने आरोप लगाया कि यूक्रेन अमेरिकी मदद का सिर्फ फायदा उठा रहा है और अमेरिका के सम्मान का ख्याल नहीं रख रहा।
- इस बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि अब अमेरिका यूक्रेन को समर्थन नहीं देगा।
जेलेंस्की का अपने समर्थक सीनेटर से भी झगड़ा
- जेलेंस्की ने अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम से भी विवाद कर लिया, जो पहले उनके कट्टर समर्थक थे।
- ग्राहम ने हाल ही में जेलेंस्की की अलोकतांत्रिक नीतियों की आलोचना की थी।
- इसके जवाब में जेलेंस्की ने उन्हें यूक्रेन की नागरिकता लेने की सलाह दे दी और तंज कसते हुए कहा कि यूक्रेनी नागरिक बनने के बाद ही उनकी राय मायने रखेगी।
- इस विवाद के बाद जेलेंस्की पर तानाशाही रवैया अपनाने और राष्ट्रपति पद हथियाने के आरोप लग रहे हैं।
यूक्रेन में राष्ट्रपति चुनाव पर रोक और लोकतांत्रिक संकट
- यूक्रेन में 2015 के एक कानून के तहत युद्ध के दौरान राष्ट्रपति चुनाव नहीं हो सकते।
- जेलेंस्की इसी कानून का सहारा लेकर राष्ट्रपति पद पर बने हुए हैं, जिससे उनकी वैधता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
- यूक्रेन में चुनाव की मांग तेज हो रही है, लेकिन जेलेंस्की युद्ध का हवाला देकर इसे टालते आ रहे हैं।
क्या आगे हो सकता है?
- अमेरिका की सैन्य सहायता बंद होने से यूक्रेन को बड़ा झटका लग सकता है।
- युद्ध में रूस को रणनीतिक बढ़त मिल सकती है।
- यूरोपियन देशों पर अब यूक्रेन की आर्थिक सहायता की जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी।
- जेलेंस्की पर आंतरिक और बाहरी दबाव बढ़ सकता है, जिससे यूक्रेन में सत्ता परिवर्तन की संभावना भी बन सकती है।