नई दिल्ली में हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलनक के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधानमंत्री सैफ बिन जायद अल नाहयान ने एक वीडियो साझा किया, जिसकी काफी चर्चा हो रही है। उन्होंने एक इकोनॉमिक कॉरिडोर के बारे में जो वीडियो जारी किया उससे साफ स्पष्ट हो रहा है कि वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को एक अभिन्न अंग के रूप में मान्यता देता है। इससे यह भी साफ हो गया है कि पीओके को लेकर पाकिस्तान का फैलाया गया प्रॉपगैंडा फेल हो चुका है। यूएई जो कभी पाकिस्तान का दोस्त था, उसने भी इकोनॉमिक कॉरिडोर का नक्शा दिखाने के बहाने भारत का जो नक्शा दर्शाया है, वह इशारों इशारों में पाकिस्तान के लिए नसीहत है क्योंकि नक्शे में पीओके को भारत का हिस्सा दर्शाया गया है, जो कि हकीकत भी है।
في شرق الارض وغربها وين ما حل
حل السلام و جاوبته القيادات
الارض ظللها مدى حكمته ظل
لين انطوى الراي لزعيم الامارات
"شكراً شكراً شكراً.. لا أعتقد أننا سنكون هنا لولاك"
ما قاله الرئيس الأمريكي لسيدي صاحب السمو الشيخ محمد بن زايد، أثناء الاعلان عن مشروعات الممر الاقتصادي لربط الهند… pic.twitter.com/OwZkPjQtSs
— سيف بن زايد آل نهيان (@SaifBZayed) September 9, 2023
यूएई का कदम पाकिस्तान के लिए किसी झटके से कम नहीं
संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री सैफ बिन जायद अल नाहयान ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में संपूर्ण केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को भारत के हिस्से के रूप में दिखाया गया है। इसमें पीओके और अक्साई चिन का हिस्सा भी शामिल है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस्लामी देश अब कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान से अलग राय रखते हुए भारत के साथ खड़े हुए हैं। यह पाकिस्तान के लिए बड़े झटके से कम नहीं है।
पीओके हमेशा से रहा है भारत का अभिन्न हिस्सा
भारत हमेशा से कहता आ रहा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है। हाल ही में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और रहेगा। वहीं हाल ही में केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने भी पीओके को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘इंतजार करिए, अपने आप ही पाकिस्तान के कब्जे वाला हिस्सा यानी पीआके भारत में मिल जाएगा।’ पाकिस्तान सरकार कहती रहती है कि पीओके उनका है, लेकिन यह सच नहीं है क्योंकि उन्होंने इसे अवैध रूप से ले लिया है। ऐसे में यूएई जैसे मुस्लिम देश का भारत को नक्शे को दर्शाने के माध्यम से जो साथ मिल रहा है वो खुशी की बात है।