उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रशासन ने अपराध के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाते हुए कई बार आरोपियों के अवैध मकानों को बुलडोजर से ढहाने का काम किया है। बाद में देश के कई राज्य भी योगी सरकार के इस मॉडल पर चले और दुर्दांत अपराधियों के अवैध मकानों पर बुलडोजर चलवाने की खबरें आम होने लगीं। हालांकि अब लगता है कि योगी सरकार का यह ‘बुलडोजर मॉडल’ देश की सीमाओं से पार विदेश में भी छाया हुआ है। इजराइल के सुरक्षाबलों ने भीषण गोलीबारी करने के आरोपी एक फिलीस्तीनी शख्स का घर ढहा दिया है।
घर ढहाए जाने के बाद वेस्ट बैंक में तनाव
इजराइली सेना द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इजराइल के सुरक्षा बलों ने इस साल के शुरू में भीषण गोलीबारी करने के आरोपी फिलीस्तीनी शख्स के वेस्ट बैंक स्थित मकान को मंगलवार को ढहा दिया। इजराइल के इस हालिया कदम से वेस्ट बैंक में तनाव बढ़ गया है। इजराइल दशकों से क्षेत्र के परिवारों पर फिलीस्तीनी हमलावर होने का आरोप लगाता रहा है जिसकी मानवाधिकार समूह निंदा करते रहे हैं। मानवाधिकार समूहों ने इजराइल की सरकार द्वारा की जा रही ऐसी कार्रवाइयों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत निषिद्ध सामूहिक दंड करार दिया है।
‘बुलडोजर मॉडल’ पर उठते रहे हैं सवाल
बता दें कि ‘बुलडोजर मॉडल’ पर न सिर्फ भारत में बल्कि विदेश में भी सवाल उठते रहे हैं। इस नीति के विरोधियों की दलील है कि अक्सर ऐसी घटनाओं में शामिल नहीं रहे परिवारों, बच्चों पर हमलावर होने का आरोप लगाने और उन्हें बेघर करने से सिर्फ नफरत और खून-खराबे में इजाफा ही होगा। इजराइल इस तरह की कार्रवाई का बचाव करता है और इसे भविष्य के हमलों को रोकने के इरादे से उठाया गया कदम बताता है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वेस्ट बैंक में हिंसा बढ़ने के बीच फिलीस्तीनी हमलावरों के मकानों को ढहाए जाने की कार्रवाई में तेजी लाने का संकल्प लिया है।