दक्षिण चीन सागर में अमेरिका, जापान, और फिलीपींस का चीन के साथ टकराव तेज हो गया है। इस विवादित क्षेत्र में चीन की आक्रामक गतिविधियों के जवाब में इन देशों ने मिलकर गश्त और निगरानी अभियान तेज कर दिए हैं।
वर्तमान स्थिति:
- अमेरिका की पहल:
- अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में एक टोही विमान तैनात किया है।
- यह क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने और चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए है।
- जापान और फिलीपींस का कदम:
- जापान और फिलीपींस ने नौसेना के जहाज तैनात किए हैं।
- यह कदम फिलीपींस के गश्ती जहाजों के खिलाफ चीनी तट रक्षक जहाजों की हालिया कार्रवाई की निंदा के बाद उठाया गया।
- गश्त का क्षेत्र:
- गश्त स्कारबोरो शोल के करीब आयोजित की गई, जो फिलीपींस के उत्तर-पश्चिम में स्थित है और चीन तथा फिलीपींस के बीच विवादित क्षेत्र है।
- यह इलाका फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में आता है, लेकिन चीन इस पर दावा करता है।
- संयुक्त गश्त का उद्देश्य:
- मित्र देशों के बीच नौवहन स्वतंत्रता सुनिश्चित करना।
- अंतरराष्ट्रीय समुद्री और हवाई क्षेत्र का वैध उपयोग बनाए रखना।
पृष्ठभूमि:
- दक्षिण चीन सागर, जिसमें तेल, गैस, और मछली संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं, पर चीन का दावा लगभग पूरे क्षेत्र पर है।
- चीन ने यहां कई कृत्रिम द्वीप बनाए हैं और सैन्य सुविधाओं को स्थापित किया है।
- अन्य तटीय देश, जैसे फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, और ब्रुनेई, भी इस पर दावा करते हैं।
- स्कारबोरो शोल, जो एक महत्वपूर्ण मछली पकड़ने का क्षेत्र है, 2012 से चीन के नियंत्रण में है, लेकिन इसे लेकर फिलीपींस लगातार आपत्ति जताता रहा है।
तनाव के कारण:
- अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा फ्रीडम ऑफ नेविगेशन ऑपरेशन (FONOP) चलाना।
- चीन की आक्रामकता और उसकी “नाइन-डैश लाइन” के तहत पूरे समुद्र पर दावा करना।
- मित्र देशों की सेनाओं द्वारा चीन की कार्रवाई की निंदा करना और फिलीपींस के EEZ में गश्त को बढ़ावा देना।
परिणाम:
- इस क्षेत्र में बढ़ते सैन्यीकरण और गुटीय संघर्ष का खतरा।
- अमेरिका, जापान, और फिलीपींस का संयुक्त प्रयास चीन को समुद्री कानूनों और अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने के लिए दबाव में लाने की कोशिश।
- चीन और मित्र देशों के बीच सैन्य झड़प की संभावना बढ़ रही है।
यह स्थिति न केवल दक्षिण चीन सागर में बल्कि पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भूराजनीतिक अस्थिरता का संकेत है। यह तनाव भारत सहित अन्य देशों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो इस क्षेत्र में स्वतंत्र नौवहन और व्यापार सुनिश्चित करना चाहते हैं।
दक्षिण चीन सागर पर चीन करता है अपना दावा
चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है और अपने तट रक्षक, नौसेना और संदिग्ध मिलिशिया बेड़े के साथ इसकी आक्रामक तरीके से रक्षा करता है। उनका फिलीपीन, वियतनाम, मलेशिया और ब्रूनेई सहित प्रतिद्वंद्वी दावेदार देशों की सेनाओं से टकराव होता रहा है। इंडोनेशिया का भी दक्षिण चीन सागर के दक्षिणी किनारों में गैस-समृद्ध नटुना जल क्षेत्र में मछुआरों को ले जाने वाले चीनी तट रक्षक जहाजों के साथ आमना-सामना हुआ है। फिलीपीन, अमेरिका और उनके सुरक्षा साझेदार देशों की संयुक्त नौसेना गश्त में इस क्षेत्र में कई तूफानों की वजह से देरी हुई।