राजवीर सिंह को आखिरकार कानून के सामने पेश होना पड़ा। उस पर अमेरिका में कैलिफोर्निया स्थित एक मशहूर गुरुद्वारे को जलाने का षड्यंत्र रचने का आरोप है। यह वही राजवीर है जो स्थानीय काउंटी चुनाव में उम्मीदवार रहा और चुनाव हारा है। उसे साल के शुरू में गिरफ्तार किया गया था। अब अमेरिका की पुलिस ने उस पर लगे गंभीर आरोपों का पूरा कच्चा चिट्ठा अदालत में प्रस्तुत कर दिया है। अब अदालत उस सिख नेता की शुरुआती सुनवाई की तारीखें तय करने जा रही है। कैलिफोर्निया से प्राप्त मीडिया समाचारों के अनुसार, दो दिन पहले बेकर्सफील्ड सिटी काउंसिल के चुनाव में उम्मीदवार रहे और हारे सिख नेता राजवीर सिंह गिल को अदालत में पेश किया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद, उसे पहली बार अदालत में लाया गया था ताकि आगे नियमित सुनवाई की तिथियां तय की जा सकें। राजवीर पर बेकर्सफील्ड में सबसे बड़े और मशहूर गुरुद्वारे शहीद बाबा दीप सिंह खालसा दरबार को जलाने की साजिश रचने और उसे तहस—नहस करने की योजना बनाई थी। इसी आरोप में राजवीर को मार्च 2023 में गिरफ्तार किया गया था।
राजवीर पर सिर्फ गुरुद्वारे को जलाने का षड्यंत्र रचने का ही आरोप नहीं है, बल्कि कुछ व्यक्तियों को जान से मारने के लिए अपराधियों को ठेका देने की साजिश रचने का आरोप भी है। समाचार से पता चलता है कि राजवीर गिल को अब 31 अगस्त को फिर से अदालत में पेश किया जा सकता है क्योंकि मुकदमे से जुड़ी पूर्व तैयारी अभी पूरी नहीं हो पाई है। इसके बाद अक्तूबर के पहले हफ्ते में सुनवाई शुरू होने की उम्मीद है।
इसी सिटी काउंसिल वार्ड से राजवीर गिल ने साल 2022 में वहीं से एक और उम्मीदवार भारतीय मूल की मनप्रीत कौर के विरुद्ध चुनाव लड़ने का पर्चा भरा था। लेकिन वह काउंसिल के चुनाव हार गए थे। इसी चुनाव के बाद मनप्रीत कौर पहली सिख महिला बनीं थीं जिन्होंने बेकर्सफील्ड सिटी काउंसिल का चुनाव जीता था। उस चुनाव में जीत मिलने के बाद प्रेस से मनप्रीत कौर ने कहा भी था कि उन्हें राजवीर पर लगे कथित आरोपों की पूरी जानकारी है। उन्होंने भरोसा जताया था कि बेकर्सफील्ड पुलिस वहां भारतीय समुदाय की सुरक्षा पुख्ता रखने के काम में पूरी गंभीरता बरत रही है। मनप्रीत ने गुरुद्वारा पर हमले की साजिश वाले मामले के जल्दी ही निपटारा होने की उम्मीद जताई है। करेगी।’’
मनप्रीत का कहना है कि इस गुरुद्वारे में बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु आते हैं। यह सुनकर दुख हुआ था कि पूजा के इस स्थान को नष्ट करने की कोशिश की गई थी। गुरुद्वारा बोर्ड से जुड़े अमरीक सिंह अठवाल ने बताया कि हत्या के लिए राजवीर ने जिन लोगों को सुपारी दी थी उन्होंने ही उन्हें साजिश के बारे में बताया था, उन्होंने पुलिस को सूचना दी गई थी।