अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून को गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची तट से टकराएगा। बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए पाकिस्तान के सिंध प्रांत में निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना को तैनात किया गया है।
पाकिस्तान के मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात बिपरजॉय कराची से लगभग 140 किमी दूर है। संभावना जताई जा रही है कि बिपरजॉय कराची के साथ सिंध के तटीय क्षेत्रों से भी टकराएगी। हालांकि, 17 से 18 जून के बीच इसकी तीव्रता कम हो जाएगी। पाकिस्तान के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण है। मौसम विभाग के मुताबिक,140-150 किमी/घंटा की स्पीड से हवा चलने की संभावना है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि 14 जून की सुबह, बिपरजॉय कराची से 470 किलोमीटर (292 मील) दक्षिण में अरब सागर में था।
चक्रवात बिपरजॉय के सबसे ज्यादा पाकिस्तान के सिंध प्रांत में नुकसान पहुंचाने की आशंका है। इसको देखते हुए सेना और नौसेना को 80 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में मदद करने के आदेश दिए गए है। लोगों को थट्टा, केटी बंदर, सुजावल, बादिन, थारपारकर और उमेरकोट जिलों के निचले इलाको से निकाला जा रहा है। सभी को सरकारी स्कूलों, दफ्तरों और अन्य शेल्टर्स में भेजने के लिए सेना और नौसेना की मदद ली जा रही है।
चक्रवात की तैयारी पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने एक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों से विस्थापित परिवारों को भोजन, आश्रय और अन्य सहायता प्रदान करने और जोखिम में सभी लोगों की निकासी को पूरा करने के लिए कहा है। अधिकारियों ने पिछले दो दिनों में तटीय शहरों से लगभग 45,000 लोगों को निकाला है। 15 जून को चक्रवात के हिट लैंड से पहले अन्य 35,000 को स्थानांतरित किए जाने की उम्मीद है।