कनाडा की राजधानी ओटावा में भारतीय मिशन ने 1985 के कनिष्क बम विस्फोट की 39वीं बरसी मनाई। बता दें कि इस घटना में एयर इंडिया के विमान में सवार 86 बच्चों समेत 329 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान भारतीय उच्चायुक्त ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया है। भारतीय उच्चायुक्त का कहना है, 1985 में एआई-182 पर बमबारी सहित आतंकवाद को प्रचार करने का कोई भी काम गलत है।
संजय वर्मा ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया की किसी भी सरकार को राजनीतिक लाभ के लिए अपने क्षेत्रों से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खतरे को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
Indian High Commission in Canada tweets, "High Commissioner in Canada, Sanjay Kumar Verma paid homage to the victims of Air India flight 182 Kanishka in Ottawa today on the 39th anniversary of the cowardly terrorist bombing in which 329 innocent victims including 86 children,… pic.twitter.com/t126q2kg00
— ANI (@ANI) June 23, 2024
आतंक के खिलाफ मिलकर करें काम
उन्होंने कहा कि मानव जीवन राजनीतिक हितों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. इससे पहले कि आतंकी गतिविधियां बड़े पैमाने पर मानवता को नुकसान पहुंचाना शुरू करें, इनके खिलाफ कानूनी और सामाजिक कार्रवाई की जानी चाहिए. सरकारों, सुरक्षा एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को आतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करने, उनके फंडिंग को रोकने और उनकी विचारधाराओं का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.
मृतकों को दी श्रद्धांजलि
इससे पहले, टोरंटो में स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने एक्स पर लिखा कि महावाणिज्य दूत सिद्धार्थ नाथ ने 39 साल पहले इसी दिन एआई 182 में हुए बम विस्फोट में जान गंवाने वाले 329 लोगों की याद में एअर इंडिया 182 स्मारक, हंबर पार्क, एटोबिकोक पर पुष्पांजलि अर्पित की.
फ्लाइट में विस्फोट
मॉन्ट्रियल-नई दिल्ली एअर इंडिया कनिष्क उड़ान संख्या-182 में 23 जून 1985 को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर उतरने से 45 मिनट पहले विस्फोट हो गया, जिससे विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गए थे. इनमें ज्यादातर भारतीय मूल के कनाडाई थे. माना जाता है कि साल 1984 में स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए चलाए गए ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ के जवाब में सिख आतंकवादियों ने कनिष्क बम विस्फोट को अंजाम दिया था.