यूरोपीय संघ का ऐतिहासिक रक्षा बजट प्रस्ताव: 800 अरब यूरो की “रीआर्म यूरोप” योजना
अमेरिका द्वारा यूक्रेन की सहायता से पीछे हटने की आशंकाओं के बीच, यूरोपीय संघ (EU) ने दुनिया के सबसे बड़े रक्षा बजट प्रस्ताव की घोषणा कर सभी को चौंका दिया है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने 800 अरब यूरो (841 अरब डॉलर) की एक विशाल “रीआर्म यूरोप” योजना का प्रस्ताव रखा है, जिससे यूरोप अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर सके।
मुख्य बिंदु:
- प्रस्तावित बजट: 800 अरब यूरो (841 अरब डॉलर)
- लक्ष्य: यूरोप की रक्षा क्षमता बढ़ाना और यूक्रेन का समर्थन जारी रखना।
- समर्थन का संकेत: अमेरिका की अनिश्चितता के बावजूद यूक्रेन के साथ मजबूती से खड़े रहने का संकल्प।
- अगला कदम: 27 यूरोपीय संघ सदस्य देशों की ब्रसेल्स में आपात बैठक (गुरुवार)।
यूरोप की सुरक्षा पर बढ़ती चिंता:
- अमेरिका का बदलता रुख:
- पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ और नाटो की रक्षा पर खर्च को लेकर सवाल उठाए थे।
- अमेरिका में राजनीतिक अस्थिरता के कारण यूरोपीय नेताओं में चिंता बढ़ी है।
- रूस से बढ़ता खतरा:
- रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते यूरोप को सैन्य रूप से अधिक आत्मनिर्भर बनने की जरूरत महसूस हो रही है।
- यूरोपीय रक्षा नीति को पुनर्गठित करने के लिए यह सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है।
यूरोप की नई रक्षा रणनीति:
✔️ बजटीय अनुशासन में ढील: सदस्य देशों को बिना किसी आर्थिक दंड के अपने रक्षा बजट बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी।
✔️ सामूहिक रक्षा खर्च:
- GDP का 1.5% अतिरिक्त रक्षा व्यय → 4 वर्षों में 650 अरब यूरो (683 अरब डॉलर) की व्यवस्था।
- 150 अरब यूरो (157 अरब डॉलर) का ऋण कार्यक्रम → सदस्य देश इससे रक्षा निवेश कर सकेंगे।
✔️ युद्धग्रस्त यूक्रेन को सैन्य समर्थन देने की प्रतिबद्धता।
अमेरिका और रूस की प्रतिक्रिया:
🔴 अमेरिका: यूरोपीय संघ का यह फैसला अमेरिका की रक्षा नीति से अलग होने के संभावित संकेत देता है।
🔴 रूस: रूस इस बढ़ते रक्षा खर्च को यूरोप की सैन्य आक्रामकता का संकेत मान सकता है।
यूरोपीय संघ का “रीआर्म यूरोप” प्रस्ताव केवल रक्षा बजट में वृद्धि नहीं, बल्कि एक रणनीतिक बदलाव है। इससे यूरोप अधिक आत्मनिर्भर बनेगा, अमेरिका पर निर्भरता घटेगी और रूस के साथ संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।