पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला है। कंगाल हो चुके पाकिस्तान में लोगों के भूखे मरने की नौबत आ चुकी है, लेकिन वहां के नेता अपने देश के हालातों पर चर्चा करने के बजाय भारत के खिलाफ षणयंत्रों में लगे हुए हैं। इसकी ताजा तस्वीर इस्लामिक देश में देखने को मिली है। इजरायल के साथ जारी जंग के बीच पाकिस्तान के नेता फजलुर रहमान ने कतर में हमास के चीफ इस्माइल हानिए से मुलाकात की और कश्मीर और गाजा के हालात को एक समान बताया।
फजलुर रहमान पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी जमीत ए उलेमा ए इस्लाम के प्रमुख हैं। फजलुर रहमान ने कहा कि मुस्लिम उम्माह पूरी तरह से हमास और फिलिस्तीन के साथ खड़ा हुआ है। पाकिस्तानी नेता कहना था कि इजरायल के हाथ फिलिस्तीनी बच्चों के खून से सने हुए हैं। इस मीटिंग के दौरान हमास का पूर्व चीफ खालेद मशाल भी उपस्थित था।
मशाल ने इजरायल में अपने आतंकियों द्वारा किए गए नरसंहार को किनारे रख भारत पर आरोप लगाया कि कश्मीर में कश्मीरी मुस्लिमों पर अत्याचार किया जा रहा है और वहां (कश्मीर) के हालात मानवाधिकार की बात करने वाले चैंम्पियन्स के मुंह पर तमाचा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौलाना फजलुर रहमान के तुर्की, लेबनान या मिस्र में युद्धग्रस्त गाजा के लोगों के शिविरों का दौरा करने की भी योजना है। खास बात ये है कि इजरायल हमास के बीच जारी जंग के बीच मौलाना फजलुर रहमान वो पहले पाकिस्तानी नेता हैं, जिन्होंने खाड़ी देशों का दौरा किया है। मौलाना कतर के बाद तुर्की के दौरे पर जाएंगे, जहां पर युद्धविराम के लिए इजरायल को मजबूर करने पर तुर्की के अधिकारियों से चर्चाएं करेगा।
हमास को भी सता रही मानवाधिकार की चिंता
हमास के आतंकी खालिद मशाल ने कश्मीर राग अलापते हुए कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की है। रिपोर्ट के अनुसार, मशाल ने कहा कि कश्मीर और फिलिस्तीन में जारी अत्याचार मानवाधिकारों पर एक तमाचा है।”
अब इजरायल में बेगुनाहों का खून बहाने वाले हमास को भी मानवाधिकार की चिंता सता रही है। जबकि आतंकी संगठन हमास यह भूल गया कि कश्मीर के हालात पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से भी अच्छे हैं, जहाँ कंगाली के साथ रोज-रोज आतंकी हमलों का खौफ बना हुआ है। वहीं कश्मीर में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। शांतिपूर्ण तरीके से त्यौहार मनाए जा रहे हैं।
पाकिस्तानी मौलाना फजलुर से क्या बोला हमास चीफ
जेयूआई-एफ के प्रवक्ता असलम गौरी ने मौलाना फजलुर रहमान और इस्माइल हानिया के बीच बैठक के बारे में बताते हुए कहा कि दोनों पक्षों ने फिलिस्तीन मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की। बैठक के दौरान, हानिया ने मुस्लिमों से इजरायली हमले के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया – जिसमें 7 अक्टूबर से लगभग अब करीब 10 हजार फिलिस्तीनियों की मौत का दावा किया गया है। हानिया ने कहा, “यह मुस्लिम उम्माह की जिम्मेदारी है कि वह इजरायली अत्याचारों के खिलाफ एकजुट हो।”
खबर है कि हमास के आतंकी और पाकिस्तान के मजहबी नेताओं के बीच ऐसे समय में मुलाकात हुई जब इजरायली फाइटर जेट लगातार गाजा पट्टी पर हमला कर रहे हैं, जिसमें 7 अक्टूबर से अब तक 4,800 बच्चों सहित 9,770 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
गौरतलब है कि गाजा की यह हालत 7 अक्टूबर को हमास के इजरायल पर किए गए आत्मघाती हमलों के बाद हुई है। हमास ने अपने लड़ाकों के लिए गाजा की सुरंगों में पूरी व्यवस्था बना रखी है लेकिन उसने आम लोगों को उनके हालात पर मरने के लिए छोड़ दिया है। हमास ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि वह गाजा के लोगों के प्रति जिम्मेदार नहीं हैं। हालात यह है कि लोग दाने-दाने को मोहताज है। यहाँ तक कि बिजली पानी भी नहीं है।