प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13-14 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर होंगे. इस दौरान वह यूएई के पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी के यूएई दौरे से पहले संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने इस मंदिर के बारे में कहा कि ये मंदिर भारत और खाड़ी क्षेत्र के बीच सांस्कृतिक, सामाजिक एवं अर्थिक संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पद पर रहते हुए सातवीं बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करेंगे.अपने इस दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बातचीत में भी शामिल होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं. पीएम मोदी के इस दौरे से पहले भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अब्दुल नासिर अल शाली का बयान सामने आया है. उन्होंने BAPS हिंदू मंदिर के उद्घाटन को UAE के लिए खास मौका बताया है. उन्होंने कहा कि भारत और UAE सहिष्णुता और स्वीकार्यता के मूल्यों के चलते अपनी दोस्ती को और मजबूत कर पा रहे हैं.
लीडरशिप के विजन पर बना है मंदिर
यूएई में भारत के राजदूर सुधीर ने कहा कि इस मंदिर का निर्माण कार्य जिस पैमाने पर हो रहा है वह इस मंदिर की खास बात है. एक तथ्य यह भी है कि यह मंदिर लीडरशिप के विजन पर बना है. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी, वैश्विक महामारी समेत तमाम चुनौतियों का सामना करने के बाद भी यह मंदिर विशाल संरचना, कला का नमूना और वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत के साझा मूल्यों का प्रतीक बन रहा है.
बुधवार को अबू धाबी पहुंचेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 फरवरी को अबू धाबू पहुंचेंगे. जहां वह भारतीय समुदाय के लोगों के ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में शामिल होंगे. अबू धाबी में पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं. कार्यक्रम में आन के लिए हजारों लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
#WATCH | Visuals of the Bochasanwasi Akshar Purushottam Swaminarayan Sanstha (BAPS) Mandir, the first Hindu temple in Abu Dhabi.
Prime Minister Narendra Modi will inaugurate it on February 14. pic.twitter.com/l154agVh6J
— ANI (@ANI) February 12, 2024
सामने आया मंदिर का वीडियो
अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर, बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की झलक दिखाई दे रही है.
27 एकड़ जमीन पर बना है अबू धाबी का हिंदू मंदिर
अबू धाबी का बीएपीएस मंदिर के प्रमुख ब्रह्मविहारीदास स्वामी ने कहा कि, पीएम मोदी खास तौर पर इस मंदिर का उद्घाटन करने के लिए आ रहे हैं. इस मंदिर की शुरुआत 2015 में की गई थी. उन्होंने कहा कि इस मंदिर का महत्व सद्भाव की ताजी हवा में सांस लेना है. जहां संस्कृतियां, धर्म, समुदाय और देश सह-अस्तित्व की भावना से रहें. यह मंदिर 27 एकड़ जमीन पर बना है. इस मंदिर को बनाने में 700 करोड़ रुपये का खर्च आया है.
पीएम मोदी का 8 महीने में तीसरा UAE विजिट
अबूधाबी के हिंदू मंदिर के उद्घाटन के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 और 14 फरवरी को UAE में रहेंगे. इस मंदिर को BAPS नाम की संस्था के नेतृत्व में बनाया गया है. दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर का निर्माण भी इसी संस्था ने किया है.
पीएम मोदी का पिछले 8 महीने में ये तीसरा UAE विजिट होगा. वहीं, पीएम मोदी साल 2015 से कुल 6 बार UAE का दौरा कर चुके हैं और यह उनका सातवां दौरा होगा.
वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट 2024 में भी लेंगे हिस्सा
पीएम मोदी अपने इस दौरे पर UAE के उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से मुलाकात करेंगे. उनके बुलावे पर ही प्रधानमंत्री मोदी दुबई में आयोजित हो रहे वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट 2024 में गेस्ट ऑफ़ ऑनर के तौर पर शामिल होंगे. इसके अलावा, वह समिट को संबोधित भी करेंगे.
His Holiness Mahant Swami Maharaj Accorded Traditional Arabic ‘State Guest’ Welcome, Abu Dhabi, UAE https://t.co/TvjrK3Lm3B pic.twitter.com/VixII8hteP
— BAPS (@BAPS) February 6, 2024
दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्ते में आएगी और मजबूती
भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अब्दुल नासिर अल शाली ने बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के UAE दौरे की प्रतीकात्मक अहमियत भी है. यह दोनों देशों की दोस्ती को अच्छे से दर्शाता है. उन्हें उम्मीद है कि भारत के प्रधानमंत्री का दौरा सकारात्मक रहेगा. इस दौरान हमें दोनों देशों की तरफ से द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूती प्रदान करने और अन्य क्षेत्रों में सहयोग से जुड़ी कई घोषणाएं भी सुनने को मिल सकती हैं.
UAE के विकास में भारतीयों का अहम योगदान
राजदूत अब्दुल नासिर अल शाली UAE में रहने वाले भारतीयों की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘UAE के स्थानीय और भारतीयों के बीच काफी समानता और समझदारी है, जो हमारे मजबूत रिश्ते की आधारशिला रखते हैं. अब्दुल नासिर अल शाली आगे कहते हैं, दोनों ही देश स्थानीय और वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता चाहते हैं. पिछले कुछ सालों में दोनों ही दुनिया भर में हिंसा की घटनाओं से प्रभावित हुए हैं. हम आने वाले सालों में पहले के मुकाबले खुद को और मजबूत करने और पूरीतरह से इन घटनाओं से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
UAE ने भारत में चुनाव को लेकर क्या कहा?
भारत में आगामी लोकसभा चुनाव और राजनीतिक स्थिरता को लेकर भी यूएई के राजदूत ने बात की. उन्होंने कहा, “भारत वैश्विक राजनीति में एक बड़ी भूमिका निभा रहा है. पिछले महीने गुजरात समिट में यूएई के राष्ट्रपति खुद शामिल हुए थे जो दिखाता है कि भारत यूएई का कितना अहम सहयोगी है. यूएई भारत की राजनीतिक स्थिरता को अहमियत देता है क्योंकि मजबूत कूटनीटिक रिश्ते के लिए दोनों ही देशों में राजनीतिक स्थिरता होना जरूरी है.”
अन्य क्षेत्रों में भी दोनों देश कर रहे है साझेदारी
दोनों मुल्कों के बीच बढ़ते आर्थिक सहयोग पर अलशाली कहते हैं कि यूएई भारत के साथ अपने द्विपक्षीय और कूटनीतिक रिश्तों महत्व देता है. हाल ही में भारत ने भी दोनों देशों के द्विपक्षीय संधि को मंजूरी दी है. यह संधि ये बताती है कि दोनों ही देश अब व्यापारिक रिश्ते से इतर एक दूसरे के लिए रणनीतिक सहयोगी के तौर पर भी आगे बढ़ रहे हैं. दोनों देश अब ट्रेडिंग से होते हुए अपने रिश्ते को डिफेंस, एनर्जी, स्पेश, और आईटी सेक्टर तक ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.
अब्दुल नासिर अल शाली के मुताबिक UAE भारत के लिए चौथा सबसे बड़ा निवेशक है और तीसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. इसके अलावा भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन भी है. फिलहाल दोनों देश अपने बीच के रिश्ते को और मजबूती देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों पर काम कर रहे हैं. अब्दुल नासिर अल शाली के अनुसार एविएशन सेक्टर निवेश और ट्रेड में दोनों ही देशों के लिए अहम भूमिका निभा सकता है.
दोनों देश एक-दूसरे के टॉप ट्रेडिंग पार्टनर
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देश एक-दूसरे के टॉप ट्रेडिंग पार्टनर हैं. दोनों देशो के बीच साल 2022-23 में तकरीबन 85 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार हुआ. इसके अलावा साल 2022-23 में UAE भारत में फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट के मामले में भी टॉप के 4 देशों में शामिल रहा था. इसके अलावा दोनों ही देशों ने एक-दूसरे के साथ फरवरी 2022 में कंप्रेहेंसिव इकोनॉमिक्स पार्टनरशिप एग्रीमेंट( CEPA) और लोकल करेंसी सेटलमेंट( LCS) सिस्टम पर करार किया था. लोकल करेंसी सेटलमेंट सिस्टम के जरिए भारतीय रुपये को क्रॉस बॉर्डर ट्रांजेक्शन में प्रमोट किया जाता है.