भारतीय नौसेना ने पहली बार युद्धपोत की कमान महिला अधिकारी के हाथों में सौंप कर इतिहास रच दिया है। ये पहली बार है कि नौसेना के फास्ट अटैक क्राफ्ट बोट की कमांडिंग अधिकारी किसी महिला को बनाया गया है।
हालाँकि, युद्धपोत पर तैनाती से पहले ये महिला अफसर प्री-कमीशन ट्रेनिंग लेंगी। नौसेना स्टाफ चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने शुक्रवार (1 दिसंबर, 2023) को नौसेना के जहाज पर पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर नियुक्ति की जानकारी दी।
नौसेना चीफ ने जोर देकर कहा कि नौसेना सर्विस में सभी भूमिकाओं और सभी रैंकों में अधिकारी और अधिकारी पद से नीचे महिलाओं की तैनाती के आँकड़े महिलाओं के लिए नौसेना की सोच का सुबूत हैं। एडमिरल कुमार ने कहा, “हमने भारतीय नौसैनिक जहाज की पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर को भी नियुक्त किया है। मौजूदा हालात को लगातार चुनौती देने और यह पक्का करने की की हमारी कोशिश रही है कि नौसेना भविष्य में इसी तरह की महत्वाकांक्षी और स्फूर्ति से भरी राह पर चलती रहे।”
#WATCH | Delhi: Indian Navy Chief Admiral R Hari Kumar says, "Our first batch of Agniveers graduated from the premier training establishment INS Chilka in March this year. Importantly, this batch of Agniveers included 272 women trainees and going further, the present batch of… pic.twitter.com/hztsv4bh5Z
— ANI (@ANI) December 1, 2023
नौसेना दिवस 4 दिसंबर से पहले एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान नौसेना चीफ ने उस पहल की भी बात की जो तीनों सेनाओं के मुकाबले नौसेना ने करने का हौसला दिखाया है। नेवी ऐसी पहली इंडियन फोर्स है जिसने अपने हर स्ट्रीम में पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक (PBOR) महिला अग्निवीरों की भर्ती की है।
उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना को लागू करने से बेहद जरूरी और परिवर्तनकारी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। एडमिरल कुमार ने कहा, “अग्निवीरों का हमारा पहला बैच इस साल मार्च में प्रतिष्ठित आईएनएस चिल्का से ग्रेजुएट हुआ और अहम बात यह है कि अग्निवीरों के इस बैच में 272 महिला अग्निवीर प्रशिक्षु भी शामिल हैं।” बताते चलें कि 2585 अग्निवीरों का पहला जत्था आईएनएस चिल्का ओडिसा से इसी साल मार्च में ग्रेजुएट हुआ था।
उन्होंने कहा, “अग्निवीरों के दूसरे बैच में कुल 454 महिलाएँ थीं और मैं कहना चाहता हूँ कि इस दिशा में आगे बढ़ते हुए आईएनएस चिल्का में अग्निवीरों के तीसरे बैच के साथ जिसे अभी शामिल किया गया है अब नौसेना महिला अग्निवीरों की कुल संख्या 1000 का आँकड़ा पार कर गई है।” एडमिरल ने कहा, “बीते साल पर नजर डालें और आप इस बात से सहमत होंगे कि 2023 हर क्षेत्र के लिए में हमारे देश के लिए एक शानदार साल रहा है। इसी तरह इस दौरान हमारे जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों ने सैन्य, राजनयिक और कॉन्सटेबलरी भूमिकाओं से जुड़े मिशनों और कामों को अंजाम देते हुए बेहतरीन काम किया है।”
नौसेना चीफ ने आगे कहा, “राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र और उससे आगे भी मिशनों पर तैनात हैं, इसलिए समुद्र में समान रूप से बड़ी संख्या में बड़े पैमाने पर की गई इस तैनाती ने वास्तव में भारतीय नौसेना की मदद की है। बताते चलें कि PBOR कैडर में रैंकों को जेंडर न्यूट्रल बनाने के लिए भी नेवी काम कर रही है। इसमें पदनाम बदलने का काम शामिल है। नौसेना ने ब्रिटिशों से मिली नाविकों के रैंकों की समीक्षा पूरी कर ली है और इन्हें भारतीय पदनामों से बदलने की तैयारी है।
नौसेना के पीबीओआर कैडर में सात रैंकों को नया नाम दिया जाएगा। ये जेंडर न्यूट्रल नहीं हैं। ये रैंक मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर प्रथम श्रेणी, मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर द्वितीय श्रेणी, चीफ पेटी ऑफिसर, पेटी ऑफिसर, लीडिंग सीमैन, सीमैन प्रथम श्रेणी और सीमैन द्वितीय श्रेणी के है।