विदेश सचिव विक्रम मिसरी की बांग्लादेश यात्रा भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब हसीना सरकार के अपदस्थ होने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव देखा गया है, खासकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के मुद्दे को लेकर।
Bangladesh | Foreign Secretary Vikram Misri arrives in Dhaka. He will meet his Bangladeshi counterpart as India's structured interactions with Bangladesh
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इस यात्रा का उद्देश्य:
- राजनयिक संबंधों को बनाए रखना और सुधारना:
- बांग्लादेश में नई सरकार के साथ संवाद स्थापित करना।
- राजनीतिक बदलाव के बावजूद द्विपक्षीय सहयोग को जारी रखना।
- अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चर्चा:
- बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर भारत की चिंताओं को व्यक्त करना।
- सामरिक और आर्थिक हित:
- दोनों देशों के बीच व्यापार और कनेक्टिविटी परियोजनाओं को आगे बढ़ाना।
- बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग बढ़ाना।
उठेगा हिंदुओं पर हमलों का मुद्दा
मिसरी अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीमुद्दीन के साथ व्यापक वार्ता कर सकते हैं। उनका बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश मंत्री मोहम्मद तौहीद हुसैन से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। माना जा रहा है कि वह हिंदुओं पर हमलों को लेकर भारत की चिंताओं को ढाका के समक्ष उठाएंगे।
Foreign Secretary Vikram Misri arrives in Dhaka to hold talks with interim government
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शेख हसीना को छोड़ना पड़ा देश
इसी साल अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चलते हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था, जिसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों तनाव में आ गया। हसीना के भारत में शरण लेने के कुछ दिनों बाद ही यूनुस ने अंतरिम सरकार की बागडोर संभाली थी।
तनावपूर्ण हैं भारत-बांग्लादेश संबंध
हालिया हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों और हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद दोनों देशों के संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए। पिछले कुछ हफ्तों में पड़ोसी देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के साथ-साथ मंदिरों पर हमलों की घटनाएं हुई हैं, जिसे लेकर भारत ने गहरी चिंता जताई गई है।