कनाडा के मुखर सांसद चंद्र आर्य ने एक बार फिर वहां के हिन्दुओं की आवाज उठाई है। अपनी ही पार्टी, लिबरल पार्टी की त्रूदो सरकार को सांसद आर्य ने आइना दिखाया है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि खालिस्तानी उग्रपंथियों को लेकर बरती गई निष्क्रियता की वजह से वे बेखौफ होकर घूम रहे हैं, हिन्दू समुदाय को डरा रहे हैं।
कनाडा के सांसद आर्य ने अपने बयान में कनाडा में बसे हिंदुओं के इस तरह भयभीत होने के तीन बड़े कारण गिनाए हैं। पहला, जहां देखो खालिस्तानियों का इतिहास हिंसक व हत्याओं वाला रहा है। खालिस्तानी आतंकवादी हजारों हिंदुओं—सिखों की हत्या कर चुके हैं।
सांसद आर्य ने कहा कि कनाडा के नागरिक 38 साल पहले एयर इंडिया विमान में किए गए धमाके को भूले नहीं होंगे। यह इस देश के इतिहास में सबसे भीषण नरसंहार और 9/11 से पहले की दुनिया में सबसे बड़ी विमान संबंधी आतंकी घटना थी। उस घटना को खालिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था।
उस देश में सत्ता में बैठी त्रूदो की लिबरल पार्टी के सांसद आर्य ने अपनी ही सरकार के विरुद्ध जाकर असलियत बयां की है। खालिस्तानी जिस प्रकार कनाडा में खुलेआम भारत और हिन्दू विरोधी हरकतें कर रहे हैं उन्हें त्रूदो का कथित मूक समर्थन खाद—पानी दे रहा है। आर्य ने साफ कहा कि हमारी सरकार खालिस्तानी आतंकवादियों को लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठी है। उग्रपंथियों की खुली धमकी के बाद इस देश में बसा हिंदू समुदाय भयभीत है और सरकार कुछ नहीं कर रही है।
उल्लेखनीय है कि हाल में खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू ने कनाडा में भारतीय समुदाय के लोगों को कनाडा से चले जाने की खुली धमकी दी थी, इस के बाद से कनाडा की तरक्की में बरारब के हिस्सेदार आप्रवासी भारतीय समुदाय खौफ में है क्योंकि त्रूदो सरकार की तरफ से उन्हें सुरक्षा का कोई आश्वासन नहीं मिला है।
सीबीसी न्यूज चैनल से बात करते हुए लिबरल सांसद चंद्र आर्य ने कहा कि कनाडा की संसद में प्रधानमंत्री त्रूदो %E2%80%8Bकी ओर से प्रस्तुत बयान के बाद उसके नतीजों को सोचकर डर लगता है। एक अखबार में तो यहां तक दावा किया गया है कि कनाडा में नस्लीय और सांप्रदायिक खूनखराबा हो सकता है। आर्य का कहना है कि चिंता की वजह यह है कि इसमें हिंदू कनाडाई का खून बहेगा। हालांकि आर्य ने यह जरूर कहा है कि कनाडा में बसे अधिकांश सिख भारत भक्त हैं और वे खालिस्तानी गतिविधियों को ठीक नहीं मानते। यह भी सही है कि वे खुलकर खालिस्तानियों का विरोध नहीं कर पाते, लेकिन कनाडा में बसे हिंदू समुदाय से उनके रिश्ते प्रेमपूर्ण ही हैं।
कनाडा के सांसद आर्य ने कहा कि कनाडा के नागरिक 38 साल पहले एयर इंडिया विमान में किए गए धमाके को भूले नहीं होंगे। यह इस देश के इतिहास में सबसे भीषण नरसंहार और 9/11 से पहले की दुनिया में सबसे बड़ी विमान संबंधी आतंकी घटना थी। उस घटना को खालिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। हैरानी और चिंता की बात है कि उन आतंकवादियों को कनाडा में कुछ जगहों पर बड़ा सम्मान दिया जाता है।