हमास के सरगना इस्माइल हानिया की मौत के एक दिन बाद ही इजरायल डिफेंस फोर्स ने दावा किया है कि उन्होंने आतंकी संगठन के मोहम्मद दायफ को भी मौत के घाट उतार दिया। दायफ हमास के सैन्य विंग का प्रमुख था। उसे इजरायल ने 13 जुलाई को ही मौत के घाट उतारा था लेकिन पुष्टि आज हुई है।
इजरायली सेना की तरफ से ट्वीट करके कहा गया, “हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि मोहम्मद दायफ मार दिया गया है।” एक अन्य बयान में कहा गया, “IDF ऐलान करता है कि 13 जुलाई, 2024 को IDF लड़ाकू विमानों ने खान यूनिस के इलाके में हमला किया और खुफिया आँकलन के बाद यह पुष्टि की जा सकती है कि हमले में मोहम्मद दायफ मारा गया।”
The IDF and the Shin Bet officially confirm this morning The elimination of Muhammad Deif pic.twitter.com/KHQNqQFGNX
— Mossad Commentary (@MOSSADil) August 1, 2024
हमास की तरफ से अभी मोहम्मद दायफ की हत्या पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन बताया जा रहा है कि मोहम्मद दायफ 7 अक्तूबर को जो हमला इजरायल में हुआ था उसका वो मास्टरमाइंड था जिसमें 1200 लोगों की मौत हुई थी और 250 लोग बंधक बनाए गए थे। इसके बाद ही इजरायल ने हमास के सफाए की कसम खाई और उनपर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए उन्हें 10 महीने हो गए हैं।
🙌🏽🇮🇱 BREAKING – MAJOR NEWS: The IDF confirms that Muhammad Deif, the commander of Hamas's military wing, was killed in an Israeli airstrike in the southern Gaza Strip on July 13.
Mohammad Deif, 58, has led the Izz al-Din al-Qassam Brigades for over two decades and has been one… pic.twitter.com/8aUp3ykx8f
— Jewish Breaking News (@JBreakingNews) August 1, 2024
बताया जा रहा है कि मोहम्मद दायफ दशकों से इजरायल की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में रहा है। उसपर आरोप था कि उसने ऐसे आत्मघाती बम विस्फोटकों को करवाया जिसमें कई इजरायलियों की मौत हुई। दायफ पर आरोप है कि वो सुरंगों का नेटवर्क और बम बनाने में एक्सपर्ट था और इजरायली सेना के निशाने पर लंबे समय से था। उसने 1987 में हमास को ज्वाइन किया था। बाद में गाजा की इस्लामी यूनिवर्सिटी से उसने साइंस में डिग्री ली और आरोपितों को 1989 में गिरफ्तार किया गया जिसके बाद उसे 16 महीने गाजा में भी गुजारने पड़े थे।